Tuesday, April 23, 2024

AATMSAAT ( DOHAA )

 

                             आत्मसात


गुरु से ज्ञान जो चाहिए ,खुद ही गुरुकुल में जाय ,

भाव - भक्ति से उनके ,चरणं  में शीश नवाय || 


एक - एक शब्द पे उनके ,जो तू ध्यान लगाय ,

तभी तो बंधु तुमको ,ज्ञान मिलेगा आय || 


जो कुछ ज्ञान मिले ,आत्मसात करो ,

साथ में तुम गुरु का ,शुक्रिया तुम करो || 


आत्मसात उस ज्ञान को , जीवन में तुम उतारो ,

और उससे अपना ,जीवन तुम सँवारो ||  


Monday, April 22, 2024

NIRNAY ( JIVAN )

 

                             निर्णय 


जिंदगी जो रास्ते ,हमें देती है चलने के लिए ,

उन्हें हमें इस्तेमाल ,करना होता है चलने के लिए  || 


प्रथम कौन सा रास्ता ,चुनें हम चलने के लिए  ?

द्वितीय किस रास्ते पर ,चलें हम चलने के लिए  ??


बार - बार चुनाव हमारा ही है ,रास्ते का चलने के लिए ,

किस रास्ते पर हम ,आराम से चल पाएँगे ?? 


किस रास्ते पर हमें ,परेशानी आएगी हरदम ? 

किस रास्ते पर ,फूल मिलेंगे पता नहीं ?

किस रास्ते पर ,काँटे ही काँटे हैं  ?? 


ऐसे में ,दिल की सुनो दोस्तों ,

जिस राह को , दिल चुने ,चल दो उसी पर ,

यही तो सुंदर निर्णय है ,यही तो उत्तम निर्णय है  || 


Sunday, April 21, 2024

EHSAAS ( KSHANIKAA )

 

                              एहसास 


एहसास ना हो तो ,ना कोई ख्याल है ,ना कोई जज्बात है ,

एहसास ना हो तो ,ना  कोई रिश्ता बनता ,ना कोई दोस्त बनता || 


एहसास बहुत जरूरी है दोस्तों ,उसी से हम जीवित हैं ,

तभी तो हम ,हर भाव को महसूस करते हैं ,

हर ख़ुशी ,एहसास से जुड़ी है ,मुस्कानें भी खिली हैं || 


दूसरों  की परेशानियाँ ,हम तभी समझ पाते हैं ,

जब हमारे दिल में ,एहसास पनप जाता है ,

तभी हम दूसरों की ,परेशानियों को दूर करने की ,

कोशिश करते हैं और ,कुछ को तो दूर भी कर देते हैं || 


इसलिए एहसासों को जगाए रखो दोस्तों ,

वही तो हमारी जिंदगी है ,वही हमें बताते हैं ,

कि हम जीवित हैं ,और मुस्कानों को वही जगाते हैं || 


Saturday, April 20, 2024

KARO SHUKRIYAA ( KSHANIKAA )

 

                            करो शुक्रिया 

 

मुट्ठी बाँधे आए जग में ,हाथ पसारे जाएँगे ,

मुट्ठी में थी भाग्य की रेखा ,जो लिखा था ईश्वर ने ,

कर्म किए जो जग में हमने ,उनसे बदला भाग्य हमने ,

अच्छा था या बुरा ,ये कर्मों का फल था बंधु  || 


ईश्वर ने जो दिया था हमको ,सुंदर ही दिया होगा ,

हमने जो कर्म किए जग में ,उसका लेखा - जोखा परखो ,

अच्छे कर्म करेंगे तो ,अच्छा ही उसका फल होगा ,

जो दिल दुखाया किसी का हमने तो , हमारा भी दुखेगा बंधु  ||


क्यों मेरा - तेरा करें हम ? सब कुछ तो ईश्वर का ही है ,

जो दिया है उसने हमने लिया ,शुक्रिया उस ईश्वर को ही है ,

कर्मों का फल भी देता वही ,भाग्य लेख भी लिखता है ,

करो शुक्रिया ,करो शुक्रिया ,करो शुक्रिया तुम बंधु  || 


AAJ KAA LEKHAN ( JIVAN )

 

                       आज का लेखन 


आपके ख्यालों से ,मिल गए हैं मेरे ख्याल ,

आपके विचारों में ,डूब गए हैं मेरे विचार ,

ये सब आज का लेखन है मेरा || 


आप सब दोस्त हैं मेरे ,सोच सबकी एक है ,

तभी तो विचार सभी के ,हो गए एक हैं ,

ये सब आज का लेखन है मेरा || 


सभी दोस्तों की ,खुशियाँ हो गई एक हैं ,

सभी दोस्तों के ,रास्ते हो गए एक हैं ,

 ये सब आज का लेखन है मेरा || 


तो चलो दोस्तों ,आज हम एक काम करते हैं ,

मिल बैठकर हम ,जीवन मुस्कानों के नाम करते हैं ,

ये सब आज का लेखन है मेरा || 


Thursday, April 18, 2024

KHAJAANAA ( KSHANIKAA )

 

                                   खजाना 


एक सुरमई शाम में ,चाँदनी हुई अनबनी ,

खजाना जो यादों में था ,खो गया हवाओं में ,

कैसे ढूँढे कोई उसे ? असंभव सा ये काम था || 


उसे ढूँढेंगे हम ,अपने अंतर्मन में ,

मिलेगा खजाना हमें ,अपने ही अंतर्मन में ,

और अनबनी चाँदनी भर जाएगी ,अपने अंतर्मन में || 


राहें अजनबी हों ,या जानी - पहचानी ,

सभी तो चलती जाती हैं ,अपने ही आस -पास ,

उन्हीं राहों में ढूँढ लेते हैं ,अपना खजाना ,

यादों का खजाना ,यादों का खजाना || 


PREM ( JIVAN )

  

                      प्रेम 


नफरतों को आगे मत बढ़ाओ ,

अहमियत दूसरों की मत बढ़ाओ ,

  क्षमा करके शर्मिंदा करो उनका,और फिर उनको भूल जाओ || 


नफ़रतें बढ़ गईं अगर ,प्रेम किधर जाएगा ?

इसलिए प्रेम की थाती को दोस्त ,चारों ओर फैलाओ || 


प्रेम सबसे बड़ी दौलत है दोस्त ,

उसी से सभी धनवान बनते हैं ,

जीवन की सुंदरता बढ़ाने को ,प्रेम के नए पौधे लगाओ || 


प्रेम जब दुनिया में फैलेगा दोस्त ,दुनिया जगमगाएगी ,

महक जब प्रेम के फूलों की ,दुनिया को महकाएगी ||