चाबी
मान सभी का कर लो बंधु ,
सम्मान करो ना करो किसी का ,
कोई बात नहीं ,मगर अपमान नहीं करो ||
अपना स्वाभिमान जिंदा रखो जरूर ,
दूसरे के स्वाभिमान की भी कद्र करो ,
कभी दूजे के स्वाभिमान को ,ठेस ना लगाओ ||
मानो मन की बात जरूर ,
मन के बल को बढ़ाओ जरूर ,
उसी मनोबल के जरिए ,जग को जीत जाओ ||
जग की जीत ही ,तुम्हारी सफलता है ,
वही सफलता तो तुम्हें मंजिल तक पहुँचाएगी ,
वही मंजिल तो तुम्हारी ,मुस्कान की चाबी है ,
उसी से अपनी मुस्कानें जगाओ ||
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