Friday, February 28, 2025

BHAROSAA ( KSHANIKAA )

 

                           भरोसा 


मनचाहा जो मिले तुम्हें ,किसकी ख्वाहिश करोगे तुम ?

सपने पूरे हो जाएँगे तो ,क्या सपने देखोगे तुम  ?? 

 

जो आशा रखोगे दूजों से ,तो हाथ निराशा आएगी ,

तो कर्म हाथ से कर लो तुम ,मुस्कान आस की पाओगे  || 

 

सफल बनोगे जीवन में ,जो कर्म सभी निभाओगे ,

कर्मों की ही महिमा है ,यदि तुम जीवन सफल बनाओगे  || 

 

इंद्रधनुष खिलेगा सफलता का ,जीवन के आसमान में ,

तभी तो सारे रंग खिलेंगे ,जीवन रंगीन बनाओगे  || 


भरोसा सभी भावों से श्रेष्ठ है ,प्रेम भी उससे छोटा है ,

इसलिए प्रेम हो या ना हो ,भरोसे की राह अपनाओगे  || 

 

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