भरोसा
मनचाहा जो मिले तुम्हें ,किसकी ख्वाहिश करोगे तुम ?
सपने पूरे हो जाएँगे तो ,क्या सपने देखोगे तुम ??
जो आशा रखोगे दूजों से ,तो हाथ निराशा आएगी ,
तो कर्म हाथ से कर लो तुम ,मुस्कान आस की पाओगे ||
सफल बनोगे जीवन में ,जो कर्म सभी निभाओगे ,
कर्मों की ही महिमा है ,यदि तुम जीवन सफल बनाओगे ||
इंद्रधनुष खिलेगा सफलता का ,जीवन के आसमान में ,
तभी तो सारे रंग खिलेंगे ,जीवन रंगीन बनाओगे ||
भरोसा सभी भावों से श्रेष्ठ है ,प्रेम भी उससे छोटा है ,
इसलिए प्रेम हो या ना हो ,भरोसे की राह अपनाओगे ||
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