Tuesday, November 26, 2024

WAKT ( KSHANIKAA )

 

                                       वक्त 


सोच - सोच के बोलो तुम ,हर शब्द ,

बोल - बोल के सोचो मत , हर शब्द ,

जीवन चलता जाएगा ,रुकता नहीं कभी भी वक्त || 


कीमत वक्त की जानोगे ,

तभी तो वक्त को पहचानोगे ,

सोचोंमें वक्त भी भागेगा ,रुकेगा नहीं कभी भी वक्त || 


कोशिश कर लो चाहे जितनी ,

वक्त को पकड़ ना पाओगे ,

बोलों में वक्त को रोकोगे ,रुकेगा नहीं कभी भी वक्त || 


बहते जाओ साथ वक्त के ,

वक्त के पार तुम पहुँच जाओगे ,

सोचों में जो बीता वक्त , रुका नहीं है कभी भी वक्त || 


हाथ वक्त का जो पकड़ेगा ,

साथ वक्त के जो दौड़ेगा ,

वही तो वक्त की ऊँचाइयों को छुएगा ,मगर नहीं रुकेगा वक्त || 

वक्त भई वक्त ,हाँ भई वक्त || 


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