वक्त
सोच - सोच के बोलो तुम ,हर शब्द ,
बोल - बोल के सोचो मत , हर शब्द ,
जीवन चलता जाएगा ,रुकता नहीं कभी भी वक्त ||
कीमत वक्त की जानोगे ,
तभी तो वक्त को पहचानोगे ,
सोचोंमें वक्त भी भागेगा ,रुकेगा नहीं कभी भी वक्त ||
कोशिश कर लो चाहे जितनी ,
वक्त को पकड़ ना पाओगे ,
बोलों में वक्त को रोकोगे ,रुकेगा नहीं कभी भी वक्त ||
बहते जाओ साथ वक्त के ,
वक्त के पार तुम पहुँच जाओगे ,
सोचों में जो बीता वक्त , रुका नहीं है कभी भी वक्त ||
हाथ वक्त का जो पकड़ेगा ,
साथ वक्त के जो दौड़ेगा ,
वही तो वक्त की ऊँचाइयों को छुएगा ,मगर नहीं रुकेगा वक्त ||
वक्त भई वक्त ,हाँ भई वक्त ||
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