Thursday, July 24, 2025

DARD ( JIVAN )

 

                                  दर्द 

 

अपने दर्द को टुकड़ों में काटकर , बाँट दो ना दूसरों में ,

वो सब तो मजाक ही बनाएँगे , तुम्हारे दर्द का ,

वो नहीं बनेंगे मरहम , तुम्हारे दर्द के लिए ,

तो अपने दर्द को समेट कर , रख लो अपनी तिजौरी में  || 

 

दर्द तो होता है सभी के जीवन में , 

किसी में कम , किसी में अधिक ,

तो दर्द को छिपाए रखो अपने दिल में , 

अपने दिल की मुस्कान में , 

जीवन को सुंदर बनाने के लिए , यह जरूरी है दोस्तों ,

तो समझो इस बात को , कि जीवन सुंदर होना जरूरी है  || 

 

अगर तुम्हारे दर्द को , जान ले कोई , और मजाक बनाए ,

तो तुम उसके मजाक को ,  हँस कर टाल दो दोस्तों ,

तुम अपनी तिजौरी की चाबी , फेंक कर दरिया में डाल  दो ,

कहावत तो आपने सुनी होगी , " नेकी कर दरिया में डाल ", 

तो तुम अपने दर्द को तिजौरी में , 

बंद कर चाबी दरिया में फेंक दो , 

और खुशी - खुशी अपना जीवन बिताओ ,

ईश्वर की बनाई इस सुंदर - सी दुनिया में   || 

 

Wednesday, July 23, 2025

DHAAII AAKHAR ( DOHA )

 

                              ढाई  आखर 

 

संत कबीर दास जी ने कहा था दोस्तों -- ,

पोथी पढ़ि - पढ़ि जुग  भया , पंडित भया ना कोय ,

ढाई आखर प्रेम का , पढ़े सो पंडित होय  || 

 

दोस्तों सच है , बिल्कुल सच है ,

पर हम कुछ अलग कहना चाहते हैं ,

पोथी पढ़ि - पढ़ि जुग भया , अपना भया ना कोय ,

नहीं पढ़ा पाठ उन्होंने प्रेम का , तो अपना कैसे होय  ?? 

 

 कौन पढ़ाए पाठ उन्हें प्रेम का ? कैसे उन्हें समझाएँ  ?

रिश्तों की महिमा उन्हें , कैसे और कौन समझाए  ?? 

 

कौन लेगा ये जिम्मेदारी आज दोस्तों  ?

क्या आप ले सकते हैं , या कबीर दास जी  ?

काश आज वो होते तो , कितना अच्छा होता   ?? 

ठीक कहा ना मैंने  ?? 

 

Tuesday, July 22, 2025

INSAANIYAT ( KSHANIKAA )

 

                                      इंसानियत 

 

जब चाहा हमने , प्यार करना मानवता से ,

विश्वास करना इंसानियत पे , 

तब हमारा विश्वास कायम रहा दोस्तों ,

ये विश्वास दिलो - दिमाग में रहेगा ,

तो इंसानियत भी जिंदा रहेगी ,

मुस्कान को जगा कर ,इन सब को जगाए रखो   || 

 

प्यार करने से मानवता सुरक्षित रहेगी ,

और मानव का संसार भी , 

तभी तो ये दुनिया भी सुरक्षित रहेगी , और ब्रह्मांड भी ,

पूरे ब्रह्मांड में मुस्कानों का खजाना फैलेगा , 

तारों की तरह मुस्कानें भी चमकेंगी  || 

 

गगन में जब मानवता और इंसानियत के लिए ,

प्यार और विश्वास की मुस्कानें टिमटिमाएँगी ,

तभी तो धरती का आँचल भी उनसे जगमगाएगा ,

तो दोस्तों बताओ , क्या आवश्यक है  ?

प्यार , विश्वास , धरती के आँचल की जगमगाहट ,

स्वयं भी मुस्कुराइए और जीवन को भी जगमगाइए   || 

 

KAREEB DIL KE ( KSHANIKAA )

 

                       करीब  दिल के 

 

दिल के कुछ दर्द ऐसे होते हैं , 

जो बताए नहीं जाते किसी को भी ,

उनकी कोई दवा भी नहीं होती ,

और ना ही दुआ उन पर असर करती ,

तो कैसे उसे ठीक करें हम दोस्तों  ? कोई इलाज तो बताओ  || 

 

उस दर्द के लिए कोई , एक्स - रे भी नहीं किया जा सकता ,

जिससे कोई डॉक्टर , कर सके उसका इलाज ,

और हमें मिल सके ,आराम जीवन में  || 

 

दिल के जुबां नहीं होती , कि  वह  अपना दर्द बता सके ,

जुबां के दिल नहीं होता , कि दिल का दर्द बता सके ,

दिल के दर्द भी ,हर किसी  को बताए  नहीं जाते ,

क्योंकि हर कोई दिल के , बहुत करीब नहीं होता  ||  

 

Sunday, July 20, 2025

OONCHAAIYAAN ( KSHANIKAA )

 

                            ऊँचाईयाँ 

 

कीमत मेरे प्यार की , कब समझोगे तुम  ?

प्यार के बदले प्यार ही , कब भेजोगे तुम  ?

जीवन की राहों में , दौड़ लगाना बहुत जरूरी है ,

तो बता दो मुझको , कब मेरे संग दौड़ोगे तुम   ?? 

 

आसमान की ऊँचाईयाँ  बहुत हैं , 

मगर चढ़ना  तो बहुत  जरूरी है ,

तो आज तुम बता दो , उन ऊँचाईयों को ,

कब तक पा लोगे तुम   ?? 

 

थाम लो सीढ़ी , जो गगन तक जाती है ,

उस पर चढ़ कर , गगन तक पहुँचो तुम ,

मैं भी उसी सीढ़ी पर चढ़ कर , पहुँचुँगी  गगना तक ,

तभी तो प्यार तुम्हारा पाऊँगी ,

ऊँचाईयों पर पहुँचे इंसान को   ही  ,

प्यार की अनमोल दौलत मिलती है  || 

 

Saturday, July 19, 2025

SHABD SUNAHARE ( KSHANIKAA )

 

                                शब्द सुनहरे 

 

सुनहरे शब्दों ने कहा हम से , पिरो लो हमको एक लड़ी में ,

ताकि हम भी जुड़ सकें , किसी के दिल की कड़ी में ,

जीवन सभी का जुड़ा रहे , किस्मत से बंधी लड़ी में ,

उन्हीं शब्दों की लड़ी को , पिरो लो दिल की घड़ी में  || 

 

शब्दों से बनी कहानी , हमारी जिंदगी से जुड़ी ,

जिंदगी जो चलती जा रही ,हर पल और हर घड़ी ,

कोई भी शब्द ऐसा नहीं , जो अपना रंग छोड़ दे  ,

हर शब्द पर जो रंग चढ़ा , वो डूबा था प्यार में  || 

 

शब्दों के इस जहां में , सबसे है कीमती ,

जिंदगी की वो घड़ी , जो थी प्यार में डूबी  || 

 

Friday, July 18, 2025

KAHAANII HMAARII ( KSHANIKAA )

 

                         कहानी हमारी 

 

मिले जो लेखनी को वरदान , बहुत से शब्दों का भंडार ,

जिससे हम लिख लें , कहानी अपने जीवन की ,

हम जो चाहें वही हमारी , कहानी में फले ,

हमारी मनचाही राह पर , हमारी कहानी चली चले  || 

 

हम जो चाहें वैसे ही , कहानी में पात्र मिलें  ,

जो प्यार और मुस्कान में , डूबें  और  डुबाएँ ,

उन पात्रों पर हम , पूर्ण विश्वास कर पाएँ ,

वो पूरी तरह से , विश्वास पात्र बन जाएँ  || 

 

लेखनी से हमारी , निकलें मीठे -  मीठे  बोल ,

उन बोलों से मिलकर , हम रच लें मीठे - मीठे गीत ,

उन  गीतों से आए , सब चेहरों पर मुस्कान ,

उन्हीं गीतों से उपजे , सब के दिलों में संगीत  || 

 

तो दे दो ये वरदान , हमारी लेखनी को ,

शब्दों का भंडार ,  बसा दो लेखनी में   ||