मुस्कान में
दर्द को मुस्कान में छिपा लो यारों ,
नहीं बाँटो दूजों में यारों ,
दूजों में बाँटोगे तो मजाक ,बन जाओगे यारों ,
मुस्कान में दर्द को छिपाया ,
तो तुम शक्तिमान बन जाओगे यारों ||
दर्द की कड़वाहट मुस्कान की ,
चाशनी से मिली तो खत्म हो जाएगी ,
तो दर्द के भुलावे में डाल कर ,
उससे दूर हो जाओ यारों ,
दर्द देने वालों को भी
अपनी यादों से दूर कर दो यारों ||
कीमत दर्द की बहुत , मुश्किल से अदा होती है ,
इतनी कीमत तो , मुश्किल से कमाई जाती है ,
इसी कीमत से , मुस्कान भी कमा लो यारों ,
इसीलिए अपने सारे दर्द को , मुस्कान में छिपा लो यारों ||
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