Sunday, August 3, 2025

MUSKAAN MEIN ( GEET )

 

                          मुस्कान में 

 

दर्द को मुस्कान में छिपा लो यारों , 

नहीं बाँटो दूजों में यारों ,

दूजों में बाँटोगे तो मजाक ,बन जाओगे यारों ,

मुस्कान में दर्द को छिपाया ,

तो तुम शक्तिमान बन जाओगे यारों   ||  

 

दर्द की कड़वाहट  मुस्कान की  ,

चाशनी से मिली तो खत्म हो जाएगी ,

तो दर्द के भुलावे में डाल कर  ,

उससे दूर हो जाओ यारों ,

दर्द देने वालों को भी 

अपनी यादों से दूर कर दो यारों  || 

 

कीमत दर्द की बहुत , मुश्किल से अदा होती है ,

इतनी कीमत तो , मुश्किल से कमाई जाती है ,

इसी कीमत से , मुस्कान भी कमा लो यारों ,

इसीलिए अपने सारे दर्द को , मुस्कान में छिपा लो यारों  || 

 

 

 

 

 

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