कदम - ताल
जीवन तो साँसों की डोरी , जिस में है धड़कन का राग ,
जो तुम जानो जीवन को , पा जाओगे जीवन का साज ,
कदम आगे बढ़ा लोगे , तो मिल जाएगा जीवन का राज ||
डोरी बाँधे रखती जीवन , धड़कन से संगीत बजा ,
कदमों की आहट से बंधु , कदम - ताल का राग बजा ,
साँसों की आवत - जावत में , जीवन सारा बँधा ||
साँसों से तो पलता जीवन , जिससे सारा संसार चले ,
इस संसार में बंधु , मानव का ये प्यार पले ,
इस सब को बचाकर रखो बंधु , इस जग की ना शाम ढले ,
मानव का सुंदर सा जीवन ,बरसों - बरस चला चले ||
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