Thursday, August 7, 2025

KADAM - TAAL ( KSHANIKAA )

 

                       कदम - ताल 

 

जीवन तो साँसों की डोरी , जिस में है धड़कन का राग ,

जो तुम जानो जीवन को , पा जाओगे जीवन का साज ,

कदम आगे बढ़ा लोगे , तो मिल जाएगा जीवन का राज   || 

 

डोरी बाँधे रखती जीवन , धड़कन से संगीत बजा ,

कदमों की आहट से बंधु , कदम - ताल का राग बजा ,

साँसों की आवत - जावत में , जीवन सारा बँधा  || 

 

साँसों से तो पलता  जीवन , जिससे सारा संसार चले ,

इस संसार में बंधु , मानव का ये प्यार पले  ,

इस सब को बचाकर रखो बंधु , इस जग की ना शाम ढले  ,

मानव का सुंदर सा जीवन ,बरसों - बरस चला चले   || 

 

 

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