वीर जवान
मेरे वीर जवानों , तुम सरहद पर तैनात हो ,
तभी हम चैन से सो पाते हैं ,
देश भर चैन से रहता है ,
तुम्हारे शौर्य के साये में जीता है ||
तुम्हारी वीरता सभी को जिलाती है ,
सभी तुम्हारी वीरता के गुण गाते हैं ,
अपनी जान की परवाह नहीं करके ,
दूजों की जान को बचाते हैं ||
तुम तो अपने लहू से धरा सींचते ,
भारत माता की हँसी सींचते ,
तभी तो ये देश , उसकी धरा ,
उसका आकाश आज जीवित हैं ||
हम कर्जदार हैं तुम्हारे वीरों ,
नहीं उतार सकते हैं ये कर्ज ,
काश हम कर्ज कम कर पाते , तुमको सहारा दे पाते ,
तो हम थोड़ा तो खुश हो पाते , खुश हो पाते ||
No comments:
Post a Comment