Monday, January 20, 2025

AVASAR ( KASHANIKAA )

 

                           अवसर 


मौसम की धुंध तो ,मौसम बदलने पर दूर होती है ,

डरो मत धुंध से दोस्तों ,धुंध छँटने पर रास्ता दिख जाएगा ,

राह की धुंध है दोस्तों ,धीरे - धीरे जाएगी || 


जीवन में ,सभी मौसम आते हैं दोस्तों ,

उन मौसम की धुंध में ,मुस्कानों के दीप जलाकर ,

उस धुंध को छँटने का ,अवसर दे दो दोस्तों || 


अब रास्ता साफ ,दे रहा है ना ? 

 चलना छोड़ ,दौड़ लगाकर पार कर लो ,

और अपनी ,मंजिल को पा लो दोस्तों || 


कल जब तुम ,मंजिल पर पहुँचोगे ,

 तो सभी तरह  का ,सुकून पा जाओगे ,

मुस्कानों की महफिल,मंजिल पर ही मिलेगी दोस्तों ||  

 

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