अवसर
मौसम की धुंध तो ,मौसम बदलने पर दूर होती है ,
डरो मत धुंध से दोस्तों ,धुंध छँटने पर रास्ता दिख जाएगा ,
राह की धुंध है दोस्तों ,धीरे - धीरे जाएगी ||
जीवन में ,सभी मौसम आते हैं दोस्तों ,
उन मौसम की धुंध में ,मुस्कानों के दीप जलाकर ,
उस धुंध को छँटने का ,अवसर दे दो दोस्तों ||
अब रास्ता साफ ,दे रहा है ना ?
चलना छोड़ ,दौड़ लगाकर पार कर लो ,
और अपनी ,मंजिल को पा लो दोस्तों ||
कल जब तुम ,मंजिल पर पहुँचोगे ,
तो सभी तरह का ,सुकून पा जाओगे ,
मुस्कानों की महफिल,मंजिल पर ही मिलेगी दोस्तों ||
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