Tuesday, January 7, 2025

PUNARJANM !! ( KSHANIKAA )

 

                          पुनर्जन्म  !!


पुनर्जन्म में कभी - कभी ,कुछ जाना - पहचाना लगने लगता है ,

मानो उसे हम पहले जी चुके हैं ,

या उस अनजाने से मिल चुके हैं ,

कहाँ से आया ये अहसास ? क्या पिछले जन्म की याद है ??


कभी यह अहसास ,मैंने भी महसूस किया था ,

आमेर के किले में ,कुछ पल मैंने बिताए ,उस अहसास में ,

एक रानी के रूप में ,कहीं खो गई थी मैं ,

वे पल मैंने एक रानी बन कर बिताए ,

खड़े - खड़े ही मैं लंबे भूत काल में चली गई थी || 


उस खोएपन से वापिस तभी आई ,

जब मेरे पति ने मुझे पुकारा ,

कहाँ खो गई हो ? क्या देख रही हो ? 

उस समय मैं उनसे कुछ ना कह सकी ||

 

दोस्तों वह सब क्या था ? मैं आज भी नहीं जान  सकी , 

क्या खड़े -खड़े सपना देख रही थी ? 

क्या वह मेरे पिछले जन्म की याद थी ? 

जिसका दृश्य मेरी आँखों के सामने ,अचानक से आ गया ,

क्या इसका जवाब मुझे मिल सकता है ? 

अगर कोई जवाब दे सकता हो ,तो कृपया वो जवाब दे || 


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