सुंदरतम
सभी बातों को दिल में ,ना बसाओ यारों ,
बाहर की बातों को ,बाहर ही भगाओ यारों ,
क्यों दिल को बड़ा ,और दुःखी करते हो ??
याद दोस्तों की ,दिल में छिपाओ यारों ,
दोस्तों की महफिलों के किस्से ,यादों में बसाओ ,
और उन्हें ही याद करके ,खिलखिलाओ यारों ||
अपनत्व दिखाई नहीं देता है ,
किसी को याद करके ,जब होठों पे मुस्कान आती है ,
या खुद से ज्यादा जब किसी को ,
मुस्कानें बाँटी जाती हैं ,वही तो अपनत्व है ,
उसी अपनत्व को ,तुम अपनाओ यारों ||
जीवन को सुंदर से ,सुंदरतम बनाओ यारों ,
मुस्कुराओ और खिलखिलाओ यारों ||
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