Saturday, May 24, 2025

KHAALII DIMAAG ( JIVAN )

 

                         खाली दिमाग 


अपना दिमाग एक बगीचा है दोस्तों ,

बीज डालो सुंदर विचारों के ,

सुंदर फूलों से भर जाएगा बगीचा ,

महक से भर जाएगा बगीचा  || 

 

इस बगीचे को खाली मत छोड़ना दोस्तों ,

अगर खाली छोड़ा तो ,

उसमें गलत - सलत सोच - विचार की , घास उग आएगी  || 

 

खाली जमीन की तरह , ये दिमाग का खाली बगीचा भी ,

शैतानी विचारों और दूसरों के लिए ,

हानिकारक भावनाओं से भर जाएगा  || 

 

और ये ऐसे और ये , भावनाएँ दूसरों को ही नहीं ,

आपके स्वयं के लिए भी ,हानिकारक सिद्ध हो जाएँगी ,

आपका सुख और चैन , सब खो जाएगा ,

इसलिए दिमाग के बगीचे में ,

सोच - समझ कर ही बीज डालें  || 

 

Friday, May 23, 2025

VYAVHAAR ( SAMAJIK )

 

                               व्यवहार 


किताबों से जो मिलता ज्ञान , वह हम भूल भी सकते हैं ,

जो जीवन से हमें मिलता है , वह हम भूल नहीं सकते हैं ,

तो आप कौन सा ज्ञान चाहते हैं दोस्तों  ?? 

 

दूसरों से मिला हर व्यवहार , हम कर सकते हैं सहन ,

चाहे वह अच्छा या बुरा , कुछ भी हो दोस्तों ,

अच्छे व्यवहार से हम , परेशान नहीं खुश होते हैं ,

मगर बुरा व्यवहार हमें ,परेशान कर जाता है  || 

 

बुरा व्यवहार दूसरों का हो , सहन भी हो जाता है ,

मगर अपनों का हो व्यवहार बुरा , तो हम संभल नहीं पाते हैं  ,

ऐसे में हम क्या करें  ? क्या कोई रास्ता है इसके लिए  ? 

क्या कोई रास्ता दिखा सकता है दोस्तों  ?? 

 

SUKH ORR DUKH ( JIVAN )

 

                         सुख और दुःख 


हमारे दोनों पैर सुख और दुःख , का रूप हैं दोस्तों ,

चलते हुए कभी सुख आगे आता है , और कभी दुःख ,

जीवन में यह चक्र , चलता रहता है दोस्तों  || 

 

कभी भी हमें सुख में , प्रसन्नता में डूबना नहीं चाहिए ,

और दुःख में निराशा के , सागर में डूबना नहीं  चाहिए ,

दोनों परिस्थितियों में संतुलन , बनाए रखना चाहिए  || 

 

तभी जीवन संतुलित रह पाएगा दोस्तों ,

क्योंकि हम चाहें या ना चाहें ,

दोनों परिस्थितियाँ तो आएँगी ही ,

और हमें हर  परिस्थिति को , स्वीकार करना ही चाहिए  || 


Wednesday, May 21, 2025

PAISAA PURAAN ( DOHAA )

 

                        पैसा पुराण 


पैसा सब को चाहिए ,मगर जरूरत जोग ,

मत जोड़ो अनगिनत तुम , कर ना सकोगे भोग  || 

 

पैसे से खाना मिले , मिल ना सकेगी भूख ,

चाहे खाओ पूरी हलवा ,  चाहे पी लो जूस  || 

 

पैसे  से बिस्तर मिले , मिल ना सकेगी नींद ,

मेहनत करके देखिए , खिल जाएगी नींद  || 

 

पैसे से पुस्तक मिले , मिले ना बंधु ज्ञान ,

जो गुरु मिल जाए आपको , मिल जाएगा ज्ञान  || 

 

पैसे से सुविधा मिले , मिले ना बंधु चैन ,

प्यार सभी से कीजिए , पा जाओगे चैन  || 

 

Monday, May 19, 2025

SATYA OR ASATYA ( KSHANIKAA )

 

                      सत्य और असत्य 


   सत्य ने कहा एक दिन  --- आओ मेरे  साथ ,

मेरी राह पर दौड़ लगाओ ,

हम भी हँस दिए --- आते हैं , 

चलो साथ में दौड़ेंगे ,सत्य तुम्हारे साथ ,

हमने हाथ पकड़ा उसका , और चल दिए दोस्तों  || 

 

उसी राह में मिल गए हमें , असत्य महाशय चले आ रहे थे ,

हम दोनों हँस दिए , और  मिलाया उनसे दोस्तों ,

असत्य ने हमसे नजरें चुराईं और ,

 हाथ मिलाने के लिए धन्यवाद दिया  || 


हमने कहा  --- धन्यवाद की जरूरत   नहीं है दोस्त ,

सत्य जरूरी है सबकी जिंदगी में , मगर तुम भी जरूरी हो दोस्त ,

कई बार किसी की मदद की जरूरत में जरूरी हो  || 

 

जब कोई बहुत ज्यादा परेशान हो ,

तो तुम्हारी ही जरूरत होती है ,

कि चिंता मत करो , सब जल्दी ही ठीक हो जाएगा ,

आने वाला समय अच्छा होगा , 

पर हम नहीं जानते , हमने सत्य कहा या असत्य  || 

 

Sunday, May 18, 2025

PAHALII MULAKAAT ( AADHYAATMIK )

 

                              पहली मुलाकात 


श्याम तेरी पहली मुलाकात , कैसे हुई राधा से  ?

श्याम तेरी पहली बात , कैसे हुई राधा से  ? 

कान्हा क्या तूने कहा तब , राधा से   ?? 


मीरा ने जब तुझको माना , अपना सब कुछ ,

तब क्या तूने माना उसको , अपनी सच्ची भक्तिन  ?

बोलो कान्हा , कुछ तो जवाब दो मुझको , 

मैं भी जानूँ , क्या होती है पहली मुलाकात  ?? 


मैं भी कोशिश कर देखूँ , करने की तुमसे मुलाकात ,

जीवन को अपने मैं भी बनालूँ , सुंदरतम ,

तुमसे कर एक मुलाकात , पहली मुलाकात  || 

 

LEN - THEN ( THOHA )

 

                    लेन - देन 


टूट के कोई ना जुड़ सके , टूटा पत्ता ना शाख सजाय ,

टूटने के बाद तो पत्ता , पवन संग उड़ जाय  || 

 

कटी शाख जो पेड़ की ,नई शाख उग आय ,

जो जड़ कट गई पेड़ की , पेड़ ही सूखा जाय  || 

 

खुश्बु उड़ी जो फूलों से , फूलों में फिर ना आय , 

भले ही वह प्यारी खुश्बु , सारा चमन महकाय  || 

 

तितली बैठी जो फूल पर , रस सारा पी जाय ,

बदले में कुछ भी ना दे , पर चमन रंगीन बनाय  || 

 

मधु मक्खी करतब करे , फूलों का रस ले आय ,

उस रस से वह तो , खुद ही शहद बनाय  || 

 

Saturday, May 17, 2025

SAPNE OR YAADEN ( KSHANIKAA )

 

                          सपने और यादें 


जिंदगी ने बिखरा दिए , सभी रंग खुशियों के ,

समेट ना पाए हम ,रंग अपने सपनों के ,

नींद टूटने पर , सभी सपने बिखर गए  || 

 

सपनों में हम दुनिया घूमें , सुंदर - सुंदर जगहों के मंजर ,

बस गए हमारी आँखों में , खो गए हम उस सुंदरता में ,

एक विचार दिमाग में घूमता रहा ,

जो जगह हमने घूम लीं हैं , वो याद रहनी चाहिएँ  || 

 

कम से कम यादों में तो ,मुस्कानें बसी रहें ,

ये यादें ही तो , जीवन की पूँजी हैं ,

जो दिल को खुश बनाए रखती हैं ,

इन्हीं का सहारा है , 

जो हम जीवन यात्रा में , आगे बढ़ते रहें  || 

 

सपने और यादें आपस में , उलझ कर ही ,  

हमारे होठों पर मुस्कान आ सकती है ,

तो दोस्तों होठों की मुस्कान के लिए ,

सपनों और यादों का होना जरूरी है  || 

 

Tuesday, May 13, 2025

RANG SAMAY KE ( KSHANIKAA )

 

                                रंग समय के 


जीवन तो दोस्तों , समय का बनाया हुआ खेल है ,

जिसमें समय के साथ लगा , काँटा चलता रहता है ,

साथ ही समय खुद भी ,बीतता रहता है ,ठहरता नहीं  || 

 

समय के रंग भी बदलते जाते हैं , एक समान नहीं रहते ,

कभी चमक लिए समय आता है , कभी कुछ पल बेरंग रह जाते हैं ,

कभी मुस्कानें बिखरा जाता  है  , कभी कुछ उदासियाँ  || 


समय के हर रंग को अपना लो ,उसी के रंग में खुद को ढाल लो ,

समय का पहिया ही जीवन चलाता है , उसमें रंग भरता है  || 

 

समय ही  जीवन  का आईना है , जो जीवन की सच्चाई दिखाता है ,

चाहे वह खुशी हो , या वह उदासी हो  || 

UDGAAR ( KHANIKAA )

 

                                   उद्गार 


किताबें हैं हमारी दोस्त ,किताबों के हम हैं दोस्त ,

पढ़ना बहुत जरूरी है दोस्तों , ज्ञान का भंडार किताबें हैं ,

साथ ही प्यार का आगाज किताबें हैं , होठों की मुस्कान किताबें हैं  || 

 

कलम जो थामों हाथों में , दिल के उद्गारों को कहने का ,

रास्ता तो दोस्तों ,यही कलम ही तो है ,

कलम ही तो शब्दों का , भंडार  है  दोस्तों  || 


दिल में उगता प्यार है , दिल में पनपता प्यार है ,

मगर दिल की जुबां नहीं होती , वह बोल नहीं पाता ,

कलम ही प्यार के , शब्दों को जाहिर कर पाती है दोस्तों  || 

 

तो चलो दोस्तों , कलम का सहारा लेकर ,

लिख डालो दिल की , बातों को कोरे कागज पर ,

और ले आओ अपने  और  , अपनों के होठों पर मुस्कानें  || 


Sunday, May 11, 2025

EIHSAAN ( JIVAN )

 

                         एहसान 


ये जिंदगी तो कर्ज है हम पर ,  उतर जाएगा एक दिन ,

साँसें भी तो कर्ज ही हैं , वो भी ठहर जाएँगी एक दिन ,

ये कर्ज है बंधु , एहसान नहीं है ,

ये प्यार है ईश्वर का , जो उसने हमें दिया  || 

 

उसका दिया यह तोहफा जिंदगी का ,

उसका दिया प्यार और कर्ज तो ,

हम वापस करेंगे ,भक्ति से ,  आराधना से ,

अपनी जिंदगी से और अपनी साँसों से  || 

 

अगर अहसान होता तो , क्या हम लौटा पाते  ? 

नहीं , नहीं , हम ऐसा नहीं कर सकते थे ,

 एहसान तो ऐसी चीज है ,जो उतारा ना जा सके ,

एहसान हमारे ऊपर ऐसा असर छोड़ता है ,

जिसे हम किसी भी सूरत में नहीं उतार सकते  || 

 

 

Saturday, May 10, 2025

MAA OR MAMATAA ( JIVAN )

 

                            माँ और ममता 


माँ ने जीवन दिया हमें , ममता का  सागर साथ दिया ,

हर दिन उन्हीं के प्यार में , डूबकर जीवन बिता दिया  || 


वह जननी थीं हमारी , अब वो हैं परमात्मा के घर ,

अब तो दोस्तों जलता है , उनकी यादों का दीया  ||  


यह धरती माँ भी तो , हमारी माता है ,

इसी के खजाने से तो ,हमारा जीवन परवान चढ़ा  || 

 

पूरे जीवन की हँसी - ख़ुशी , सभी तो माँ से थी ,

जननी माँ और धरती माँ , दो - दो माँ का प्यार हमें मिला   || 

 

Friday, May 9, 2025

GHUMSHUDAA DIL ( KSHANIKAA )

 

                               गुमशुदा दिल 


दिल हमारा खो गया है कहीं , कोई अता - पता ही नहीं ,

यहाँ ढूँढा , वहाँ ढूँढा , मगर मिला ही नहीं कहीं ,

दुनिया के टेढ़े - मेढ़े रास्ते , कैसे ढूँढू मैं कहाँ  ?? 

 

भोला सा मेरा दिल , हो गया कैसे गुम  ? 

बताए कोई कहाँ लिखाऊँ ? मैं उसकी रपट ,

कौन करेगा मदद मेरी ? किस राह में , दिल दौड़ा सरपट  ?? 

 

कोई लाए  दिल को  वापस , कहीं से भी ढूँढकर ,

सारे अरमान तो दिल में ही हैं , वहीं पर तो वो जगे थे ,

जगने के बाद हमारे दिल में ही , वो सब पले थे ,

अब हो जाएँ वो पूरे , मेरे सारे अरमान ,

गुमशुदा मेरा दिल ना जाने , कहाँ खो गया  ?? 

 

Thursday, May 8, 2025

UPHAAR ( PREM )

 

                              उपहार

 

प्यार होता है जीवन में , एक बार दोस्तों ,

नजरें होती हैं चार जीवन में , एक बार दोस्तों ,

जीवन साथी मिलता है जीवन में , एक बार दोस्तों ,

जीवन की राहें भी पार होती हैं , एक बार दोस्तों  || 

 

जीवन के पार जाने पर , फिर राह नहीं मिलती दोस्तों ,

लौट कर उन राहों पर , नहीं  आ सकते दोस्तों ,

फिर से प्यार नहीं , मिल सकता है दोस्तों  || 

 

जीवन के  पार तो ,परमात्मा ही मिल सकता है दोस्तों ,

उस परमात्मा का प्यार ,हमारे जीवन के लिए ,

तो एक सुंदर उपहार है , इससे सुंदर ,

तो जीवन में कुछ  भी नहीं है दोस्तों   || 


Wednesday, May 7, 2025

ARPAN ( DESH )

 

                                  अर्पण 


देश के वीर जवानों , तुम तो देश की शान हो ,

ये देश जिंदा है तुमसे , तुम तो देश की जान हो  || 

 

तुम ही देश के रक्षक हो , भगा देते हो देश के भक्षक को ,

आज हम तुम को दे  रहे , अपने दिल से सम्मान को  || 


तुम सब हो ही सम्मान के काबिल , भारत माता के बेटे हो ,

जीवन अर्पण करते हो , अपनी भारत माता को  || 

 

भारत माता ही तो ,पालन करती है सबका  ,

हम भी तो उन्हीं की संतान  हैं , और नमन करते हैं  || 


आज तुम्हारे साथ मिलकर , उनकी पूजा करते हैं  ,

भारत भूमि है जन्म भूमि हमारी , इसी से हम जन्में हैं  || 

 

इसी ने हमको पाला है , हर जरूरत है करी पूरी ,

इसका दिया जीवन तो दोस्तों , इसी को हम करते अर्पण  || 

 

Tuesday, May 6, 2025

DOST SIRF SHBD NAHIN ( KSHANIKAA )

 

                             दोस्त सिर्फ शब्द नहीं

 

तुम दोस्त मेरे हो , मैं दोस्त हूँ तुम्हारी ,

जिंदगी है हमको , हर चीज से भी प्यारी ,

दोस्त सिर्फ शब्द ही नहीं ऐसा , जो मुस्कान होठों पे लाए ,

दोस्त रिश्ता ही है ऐसा , जीना - मरना जो सिखाए  || 

 

ये रिश्ता कोई शब्द नहीं है दोस्तों ,  जो मिट जाए ,

ये रिश्ता कोई उम्र का आँकड़ा नहीं है , जो कम होता जाए ,

ये रिश्ता तो जिंदगी है दोस्तों , अगर इसे जी लिया जाए ,

तो ये रिश्ता होठों पे , मुस्कानें बिखरा जाएगा  || 

 

इस रिश्ते को पूरी तरह से , निभा लो दोस्तों ,

इस रिश्ते को यादों में बसा लो दोस्तों ,

तभी तो यह जिंदगी के हर पल में , सुकून दे जाएगा ,

हर पल साथ निभाएगा  || 

 

Monday, May 5, 2025

BHULAANAA MAT ( KSHANIKAA )

 

                                 भुलाना मत 


समय की कीमत ,हर कोई नहीं जानता ,

और व्यर्थ में समय बिताय , जो जाने यह कीमत ,

वही तो उसे ,सच में अपनाय  || 

 

समय का मोल , अमोल है ,व्यर्थ ना उसे बिताओ ,

मुस्कानों में डूब के , कुछ बाँट दो दूजों में ,

कुछ में खुद खिल जाओ  || 

 

दूजों की मुस्कानें देखोगे , तुम भी खुशियाँ पाओगे दोस्तों ,

यही तो राह जीवन की तुमको ,

मंजिल तक पहुँचाएगी दोस्तों   || 

 

हर खुशी को समेट कर ,उसके पैकेट बना लो दोस्तों ,

अपने सभी मिलने वालों को , एक -एक पैकेट बाँट दो दोस्तों  || 


ये बातें तुम याद रखना , भूल मत जाना दोस्तों ,

भुला मत देना दोस्तों , भुला मत देना   || 

 


Sunday, May 4, 2025

MUSKURAANE KII VAJAH ( PREM )

 

                       मुस्कुराने की वजह 


जिंदगी जीने की वजह तुम हो , मुस्कुराने की वजह तुम हो ,

इस दुनिया में रहने की वजह क्या थी ? शायद तुम ही हो ,

तुमसे मिलने की वजह क्या थी ? शायद तुम ही हो  || 

 

एक - एक करके दोस्त बनते गए हमारे , शायद तुम ही हो ,

महफिलें दोस्तों की सजती गईं , वजह तो तुम ही हो ,

विचारों की उलझनों को सुलझाया गया , वजह तुम ही हो ,

क्यों कि उलझनों का एक सिरा खोजा किसने ? तुमने ही  || 


राहों को जगमगाया गया , वजह तुम ही हो ,

हमारे तो गुनगुनाने की वजह , भी तो तुम ही हो ,

सच में दोस्तों ,इन सब बातों की  ,वजह तुम ही हो ,

तुम ही तो हो , तुम  ही तो हो  || 

 

 

Saturday, May 3, 2025

SANDES - SANDES ( CHANDRAMAA )

 

                              संदेस  - संदेस 


चंद्रमा ने  भिजवा दिया है , अपना संदेस मेरे नाम ,

मैं भी भिजवा रही हूँ , संदेसा उसके नाम ,

चंदा की चाँदनी जब , चमकाती है धरा को ,

धरा  की तो देखो , खिल उठती है मुस्कान  || 

 

संदेस चाँद का पढ़कर , मैं जो मुस्काई ,

चंदा के भी मुख पर देखो , मुस्कान है खिल आई ,

मुझे तो ऐसा , अहसास हुआ है जैसे ,

मैं चंदा के घर , चंदा से मिल आई  || 

 

काश हम दोनों के ,संदेस यूँ ही चलते रहें ,

हम दोनों के बीच का , प्यार यूँ ही पलता रहे ,

जीवन की खुशियों का झूला , ऐसे ही झूलता रहे ,

काश ये लम्हें ऐसे ही तो , प्यार में डूबकर ,

पूरी मानवता में खुशियाँ , फैलाते रहें  ||  

Friday, May 2, 2025

SANDESAA ( JALAD AA )

 

                              संदेसा  


भेज दे बदरा अपना संदेसा , बूँदों में लिखकर ,

उन बूँदों में लिखा संदेसा , पढ़ लेगा हर कोई  || 

 

बूँदें छम - छम करती आएँगी , लेकर तेरा संदेसा ,

हर किसी के पास पहुँचेगा , बदरा तेरा संदेसा  || 

 

चमक दामिनी बिखराएगी , ऊपर से ही धरा पर ,

सभी चौंक कर देखेंगे , चमक दामिनी की धरा पर  || 

 

बदरा के कजरारे रूप में , जब चमकेगी दामिनी ,

तभी धरा पर फैल जाएगी , चमकीली रोशनी  || 

 

खुश हो जाएँगे धरावासी , देखकर ये सब ,

बच्चे तो खुश होकर , कागज की नाव चलाएँगे ,

बदरा भी तो खुश होगा , भेज अपना संदेसा ,

इसी तरह वो सब के साथ , अपनी खुशियाँ बाँटेगा  || 

 

Thursday, May 1, 2025

SAAYAA APNAA ( JIVAN )

 

                              साया अपना 


सोच ने हमारी एक मोड़ लिया दोस्तों , 

हमारे अपने बहुत से हैं , हमारी इस सोच की ,

 कि हमारी राहें बहुत सी हैं दोस्तों ,

मगर एक दिन हमें कुछ अजीब सी , सोच आई दोस्तों ,

पलट के हमने देखा दोस्तों , वहाँ कोई नहीं था दोस्तों  || 

 

पीछे हमें दिखाई दिया सिर्फ , अपना साया दोस्तों ,

वही तो सच में अपना है दोस्तों , बाकि कोई नहीं ,

हमारा साया कभी भी , अपना साथ नहीं छोड़ता दोस्तों ,

तो सोच लो आप भी दोस्तों ,साया ही हमारा सच्चा साथी है  || 

 

हमारा साया है दोस्तों ,जो जीवन भर का साथी है ,

हमारे मुड़ने पर ही , वह हमें ,

दिखाई देता है , दिल खुश कर देता है  ||