सपने और यादें
जिंदगी ने बिखरा दिए , सभी रंग खुशियों के ,
समेट ना पाए हम ,रंग अपने सपनों के ,
नींद टूटने पर , सभी सपने बिखर गए ||
सपनों में हम दुनिया घूमें , सुंदर - सुंदर जगहों के मंजर ,
बस गए हमारी आँखों में , खो गए हम उस सुंदरता में ,
एक विचार दिमाग में घूमता रहा ,
जो जगह हमने घूम लीं हैं , वो याद रहनी चाहिएँ ||
कम से कम यादों में तो ,मुस्कानें बसी रहें ,
ये यादें ही तो , जीवन की पूँजी हैं ,
जो दिल को खुश बनाए रखती हैं ,
इन्हीं का सहारा है ,
जो हम जीवन यात्रा में , आगे बढ़ते रहें ||
सपने और यादें आपस में , उलझ कर ही ,
हमारे होठों पर मुस्कान आ सकती है ,
तो दोस्तों होठों की मुस्कान के लिए ,
सपनों और यादों का होना जरूरी है ||
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