मोड़
जिंदगी में आए अनेकों मोड़ ,
कोई आया छोटा और कोई बड़ा ,
कोई मोड़ था आसान , और कोई था मुश्किल ,
मगर पार तो सभी करने थे , चाहे हम कर पाएँ या नहीं ||
किसी मोड़ को पार करके , हम खुश हो गए ,
और किसी मोड़ को पार करके ,
हम दुःखी हुए , मगर क्या करते ?
सभी मोड़ तो पार करने जरूरी थे ,
जीवन जीना तो जरूरी है दोस्तों ||
जिंदगी के सभी मोड़ , सिखलाते गए हमें ,
एक - एक नई सीख , हमारी सीखों का ,
पिटारा भरता गया , भरता गया ,
और हमारा जीवन एक - एक ,
सीढ़ी चढ़ता गया , चढ़ता गया दोस्तों ||
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