दोनों किनारे
जिंदगी में कुछ दर्द मिले , और कुछ मुस्कानें भी ,
मगर पदचाप तो कोई नहीं मिली , दोनों के आने की ,
अचानक से दर्द आया ,तो आँसू छलक पड़े ,
आई मुस्कान तो हम , खिलखिला दिए ||
जब दोस्त सभी मिल गए , तो महफिलें सज गईं ,
जब दोस्त बिछड़ गए , तो मानो जान ही निकल गई ,
आज सभी दोस्त दूर हैं , मिलना भी मुश्किल है ||
दूर - दूर , रहते - रहते , राहें बदल गई हैं सबकी ,
कोई सागर के इस पार है , कोई सागर के उस पार है ,
दोनों किनारों पर ही , उनके साथ दोस्तों की कतारें हैं ||
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