Thursday, June 5, 2025

DONON KINAARE ( KSHANIKAA )

 

                       दोनों किनारे 

 

जिंदगी में कुछ दर्द मिले , और कुछ मुस्कानें  भी ,

मगर पदचाप तो कोई नहीं मिली , दोनों के आने की ,

अचानक से दर्द आया ,तो आँसू छलक पड़े ,

आई मुस्कान तो हम , खिलखिला दिए  || 

 

जब दोस्त सभी मिल गए , तो महफिलें सज गईं ,

जब दोस्त बिछड़ गए , तो मानो जान ही निकल गई  ,

आज सभी दोस्त दूर हैं , मिलना भी मुश्किल है  || 

 

दूर - दूर  , रहते - रहते , राहें बदल गई हैं सबकी  ,

कोई सागर के इस   पार है , कोई सागर के उस  पार है ,

 दोनों किनारों पर ही , उनके साथ दोस्तों की कतारें हैं   || 

 

No comments:

Post a Comment