लिबास
जिंदगी ने जब अपना , बनाया हुआ लिबास हमें पहनाया ,
तो दोस्तों उसमें कुछ टूटे हुए , धागे लटके थे ,
कुछ छेदों पर हुए , रफू के निशान थे ,
ये लोगों के दिए हुए , दर्द के निशान थे ,
और हमारे किए हुए समझौते थे ||
जिंदगी के इस लिबास को , रंगीन बनाने के लिए ,
उसमें अपनी सोच के , सुंदर विचारों के धागे से ,
प्यार के मोती टाँक लो दोस्तों ,
कुछ सुंदर फूलों के , नमूने बना लो दोस्तों ||
बना लिए ? तो लिबास सज गया ना ?
चलो अब मुस्कुरा कर , इस लिबास को ,
पहन कर खुश हो जाओ दोस्तों ,
खिलखिलाओ , और खिलखिलाओ दोस्तों ||
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