कौन हूँ ?
मैं एक सुईं की तरह हूँ दोस्तों ,
पूरा जीवन , जो दिल की डोर से जुड़कर ,
अपनों के रिश्तों को सिलती रही ,
सुंदर से नमूनों से सजाकर , सुंदर बनाती रही ,
बताओ दोस्तों ---- मैं कौन हूँ ??
मैं एक बीज की तरह हूँ , जो मिट्टी में दबकर ,
एक पौधे को जन्म देकर , फूल खिलाती हूँ ,
और फूलों की खुश्बुओं से , सभी रिश्तों को महकाती रही ,
बताओ दोस्तों ---- मैं कौन हूँ ??
मैं जल की एक बूँद की तरह हूँ ,
जो चकोर की प्यास की तरह ,
अपने सभी रिश्तों को सींचती रही ,
ये नदिया , समंदर , सभी मुझसे ही जल पाते हैं ,
मगर फिर भी मेरे अस्तित्व को , कोई नहीं मानता ,
बताओ दोस्तों ---- मैं कौन हूँ ??
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