वादों में
हर कदम आसान नहीं होता , कुछ कठोर होते हैं ,
हर कदम आराम नहीं देता , कुछ बेआराम करते हैं ,
मगर रोको ना कदमों को , कदम उठाना जरूरी है ,
जीवन की राहों में दोस्तों , चलना जरूरी है ||
कर्मों को तो दोस्तों , करना जरूरी है ,
चाहे उनसे मिले सफलता , या मिले असफलता ,
मगर कर्मों के बिना तो , जीवन अधूरा है ,
तो किए जाओ कर्म , जीवन जीना तो पूरा है ||
करो ऐसे कर्म , कि निशां बाकी रहें जग में ,
सुकर्मों का खाता तुम्हारा , अधूरा ना रहे जग में ,
उठाओ वो कदम कदम , बस जाओ यादों में ,
किसी की मुस्कानों में , अपने निभाए वादों में ,
जी हाँ , निभाए हुए वादों में ||
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