छोड़ो
जो तुम्हारी बात ना समझे ,तो छोड़ो ,
कुछ मत समझाओ। उसको यारों ,
समझाने से ही ,वह क्या समझेगा ??
जो तुम्हारी दोस्ती ना स्वीकारे ,तो छोड़ो ,
मत बनाओ दोस्त उसको ,यारों ,
क्या वह तुम्हारा ,दोस्त बन पाएगा ??
रिश्ते तो दोस्तों ,दोनों ओर से होते हैं ,
ना माने कोई तो मायूस ना हो, छोड़ो उसको ,
मत बनाओ उनसे रिश्ते ,जाने दो ,
क्या वे तुम्हारे रिश्ते के लायक हैं ??
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