अपलोड - डाउनलोड
जिंदगी की राहों में ,चलते - चलते ही ,
जो सपने आप नींद में ,देखते हो ,
उनको यादों में ,अपलोड करने में ,
कोई भी कठिनाई नहीं होती ,
वो सपने खुद ही ,यादों में अपलोड हो जाते हैं ,
यादों में बस जाते हैं ,यादों में छा जाते हैं ||
मगर उन्हीं सपनों को दोस्तों ,
जिंदगी में डाउनलोड करना तो ,
बहुत ही कठिन है ,
पूरा जीवन ही समाप्त हो जाता है ,
उन सपनों को अपने जीवन में ,
डाउनलोड करते - करते ,
जिंदगी में उतारते - उतारते ||
क्या कोई बताएगा ?
इसका कारण क्या है ? ऐसा क्यों होता है ?
यदि किसी को जानकारी हो ,
तो मुझे जरूर बताइएगा ||
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