दोस्त दिल में
ये दोस्ती के चिराग हैं यारों ,जलाए रखिए ,
उजाला अपने आस - पड़ोस में भी ,बिखराए ,
बाँटोगे उजाले सभी में ,तो सब ओर उजियाला होगा ||
ये दोस्ती की महक है यारों ,फैलाए रखिए ,
महक को अपने चमन और सहन में ,फैलाए रखिए ,
बाँटोगे महक हर ओर तो सब ओर ,खुश्बुएँ फैलेंगी ||
दोस्ती निभानेके लिए ,दोस्तों का स्वागत करो यारों ,
अपने घर में नहीं ,अपने दिल में ,उन्हें बसाओ यारों ,
ऐसा करने के लिए ,अपने दिल को बड़ा करो ,
और दोस्तों के लिए दिल में ,जगह बनाओ यारों ||
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