Saturday, December 7, 2024

SHUBHCHINTAK ( JIVAN )

 

                                शुभचिंतक 


मिलते हैं बहुत से ,लोग इस दुनिया में ,

मगर हम जान ना पाते ,उनके गुणों के बारे में ,

उनके होठों की मुस्कान ,उनके चाशनी में डूबे शब्द ,

भ्रमित कर जाते हैं ,उनके बारे में || 


उनके झूठ ऐसे होते हैं दोस्तों ,

जो सभी को आकर्षित कर जाते हैं ,

मगर सच्चाई सामने आने पर ,

वही आकर्षण ,विकर्षण बन जाता है || 


मत विश्वास करो ,एकाएक हर किसी पर ,

पहले समझिए ,बूझिए फिर कदम बढ़ाइए ,

मगर  हर कोई ,हर किसी का शुभचिंतक नहीं होता ,

कुछ तो दूसरे का ,शुभ होते देखते ही ,

खुद गहरी चिंता में डूब जाता है || 


इसलिए देखो ,समझो  और फिर ,

किसी पर विश्वास करो दोस्तों ,

जीवन को धीरे - धीरे ही ,

ऊँचा उठाओ दोस्तों ||

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