शुभचिंतक
मिलते हैं बहुत से ,लोग इस दुनिया में ,
मगर हम जान ना पाते ,उनके गुणों के बारे में ,
उनके होठों की मुस्कान ,उनके चाशनी में डूबे शब्द ,
भ्रमित कर जाते हैं ,उनके बारे में ||
उनके झूठ ऐसे होते हैं दोस्तों ,
जो सभी को आकर्षित कर जाते हैं ,
मगर सच्चाई सामने आने पर ,
वही आकर्षण ,विकर्षण बन जाता है ||
मत विश्वास करो ,एकाएक हर किसी पर ,
पहले समझिए ,बूझिए फिर कदम बढ़ाइए ,
मगर हर कोई ,हर किसी का शुभचिंतक नहीं होता ,
कुछ तो दूसरे का ,शुभ होते देखते ही ,
खुद गहरी चिंता में डूब जाता है ||
इसलिए देखो ,समझो और फिर ,
किसी पर विश्वास करो दोस्तों ,
जीवन को धीरे - धीरे ही ,
ऊँचा उठाओ दोस्तों ||
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