Friday, December 13, 2024

HISAAB ( JIVAN )

 

                                हिसाब 


दुनिया में आते हुए ,जो लाए हम किताब ,

नहीं एक भी शब्द था ,उसमें लिखा जनाब ,

लिखते जाओ रोज उसमें ,अच्छे कर्मों का हिसाब || 


जीवन पूरा होगा जब तक ,जब भी भरेगी ये किताब ,

जाने का वक्त भी हो जाएगा ,इस दुनिया से ,

उस दुनिया में पहुँच कर ही ,होगा कर्मों का हिसाब || 


किसी के लिए अच्छा करें या ना करें ,

पर किसी  को  हम हानि ना पहुँचाएँ ,

यही एक बहुत अच्छा ,कर्म होगा हमारा ,

इसी से जुड़ा होगा ,हमारे कर्मों का हिसाब || 


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