पुकार सागर की
पुकार जो सुनी हमने सागर की ,दिल में , लहरें मचल उठीं ,
मचल - मचल के वो बोलीं , चलो चलें , सागर तट पर ,
सुनकर हम तो चल दिए , जाने को , सागर तट पर ||
सागर की पुकार ने , बीते दिन , याद दिलाए ,
जब सागर संग हमने ,थे सुंदर , दिन बिताए ,
सागर और हम बने , थे एक , दूजे के लिए ||
सागर की गहराईयों में , हम जब ,डूबे दोस्तों ,
जीवन हमारा खुशनुमा ,मौसम ही , बन गया ,
संसार हमारा खिल गया , सागर के , घर जाकर ||
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