ताना - बाना
जिंदगी की चादर जो ओढ़ी हमने ,
साँसों के ताने - बाने मिले ,
उनमें उलझनों की सिलवटें भी हैं ,
मगर मुस्कानों के फूल भी हैं ,
तो दोस्तों साँसों के ताने - बाने में ,
फूल खिलाते जाओ ||
हमारे पास तो ना सुईं है , और ना ही धागा है ,
जो ताने - बाने में बनने वाले ,
छेदों को रफू कर लें ,
तो दोस्तों ताने - बाने को ,
ठीक रखने के लिए मुस्कुराते जाओ ||
एक बात बताऊँ दोस्तों ,
ताने - बाने को ठीक रखने के लिए ,
मुस्कुराहट जरूरी है और ,
मुस्कुराहट के लिए प्यार जरूरी है ,
तो दोस्तों ताने - बाने को सुंदर ,
रखने के लिए प्यार करते जाओ ||
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