Sunday, July 6, 2025

ULJHAAYAA ( JALAD AA )

 

                             उलझाया 

 

बदरा जब दामिनी के साथ , गगन में छाया ,

उसने  बूँदों के हाथ एक , पैगाम भिजवाया ,

मेरा प्यार अपनाओ , मेरे प्यार में खो जाओ  || 

 

दामिनी ने भी अपनी चमक में ,सब को समाया ,

सब को अपनी चमक से लुभाया ,

उसका प्यार इतना , शक्तिशाली था ,

कि उसने सभी में , प्यार  का जादू जगाया  || 

 

सब बह  गए , बदरा की बूँदों में ,

बदरा का प्यार पहुँचा , सभी की राहों में ,

दिल मुस्कुरा के बदरा के , प्यार में डूबे ,

खिलखिला कर बूँदों ने , अपना जाल बिछाया ,

सभी दिलों ने उस  जाल में , खुद को उलझाया ,

आओ दोस्तों , हम भी उसी , जाल में उलझ जाएँ   || 

 

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