सहयोग
सहयोग जमाए रखो , मगर स्वयं का सहारा ना बनाओ ,
सहयोग करोगे जिसके साथ ,उसकी दुआ तुम पाओगे ||
उम्मीदों को दूर कर दो , उम्मीद दूसरों को दो ,
और उनकी उम्मीदें पूरी भी करो , कभी मत तोड़ो ,
उम्मीदों को सहारा बनाओगे तो उनके ,
टूटने पर तुम बहुत दुःखी हो जाओगे ||
स्वयं को सुखी बनाए रखो ,
प्रीत - प्यार में स्वयं को डुबाए रखो ,
मुस्कानों को होठों पर सजाए रखो ,
गीत प्रीत के रचाए रखो , तभी तो दुनिया में ,
मुस्कानों को बाँट पाओगे ||
यही तो तुम्हारी पूँजी है , इसी को समेट कर ,
तुम अपने कर्मों की गठरी के रूप में लेकर ,
परमात्मा के पास जा पाओगे ,
और उनका आशीर्वाद ले पाओगे ||
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