मोड़ जिंदगी के
जिंदगी कितने मोड़ लाती हो ? थकती नहीं हो क्या ?
सबकी जिंदगी में लाती हो , या कुछ जिंदगियाँ चुन लेती हो ?
हम प्यार तुम्हें करते हैं , क्या तुम भी हमें प्यार करती हो ??
मोड़ों से अक्सर लोग घबराते हैं , मोड़ों को छोड़ जाते हैं ,
या मोड़ों की भूल - भुलैयाँ में फँस जाते हैं , तो क्या करना जरूरी है ?
मोड़ों के साथ मुड़ते - मुड़ते , मन शांत रखकर ध्यान रखिए ||
मन के शांत रहने पर , दिल - दिमाग ठीक निर्णय लेते हैं ,
और आगे कदम बढ़ाते ,चले जाते हैं दोस्तों ,
और जिंदगी को सुंदर तरीके से , बिताते चले जाते हैं ||
तो मोड़ों से घबराइए ना , आगे बढ़ते जाइए ,
जिंदगी जो मिली है , उसे दिल से अपनाइए ,
अपने क़दमों के निशां , इस जग में छोड़ते जाइए ||
No comments:
Post a Comment