Tuesday, July 15, 2025

GAVAAH ( AADHYAATMIK )

 

                               गवाह 

 

बाँध ले गठरी कर्मों की , सत्कर्मों की बंधु ,

वही तो काम आएगी , हमारे साथ जाएगी ,

जब अंत समय हमारा आएगा , वही तो साथ निभाएगी ,

परमात्मा के दरबार में , वही तो गवाह बन जाएगी   || 

 

वहाँ तो गवाही सत्कर्म ही देंगे , वही सहारा देंगे हमको ,

वही तो परमात्मा के साथ , हमें रख पाएँगे ,

उनका प्यार दिलाएँगे , उनका आशीष दिलाएँगे ,

तो बंधु जीवन भर , गठरी में सत्कर्म बाँध लो   || 

 

कीमत सत्कर्मों की जानो तुम  , ये ही सच्चे साथी हैं ,

प्यार परमात्मा का लेने को , ये ही सच्चे साथी हैं  ,

आशीष तभी मिलेगा तुम को , जब सच्चे साथी होंगे  ,

तो बंधु समझ गए ना   ??

  

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