Sunday, July 20, 2025

OONCHAAIYAAN ( KSHANIKAA )

 

                            ऊँचाईयाँ 

 

कीमत मेरे प्यार की , कब समझोगे तुम  ?

प्यार के बदले प्यार ही , कब भेजोगे तुम  ?

जीवन की राहों में , दौड़ लगाना बहुत जरूरी है ,

तो बता दो मुझको , कब मेरे संग दौड़ोगे तुम   ?? 

 

आसमान की ऊँचाईयाँ  बहुत हैं , 

मगर चढ़ना  तो बहुत  जरूरी है ,

तो आज तुम बता दो , उन ऊँचाईयों को ,

कब तक पा लोगे तुम   ?? 

 

थाम लो सीढ़ी , जो गगन तक जाती है ,

उस पर चढ़ कर , गगन तक पहुँचो तुम ,

मैं भी उसी सीढ़ी पर चढ़ कर , पहुँचुँगी  गगना तक ,

तभी तो प्यार तुम्हारा पाऊँगी ,

ऊँचाईयों पर पहुँचे इंसान को   ही  ,

प्यार की अनमोल दौलत मिलती है  || 

 

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