अनोखी चाय
क्या लेकर हम आए ? इस दुनिया में ,
किस्मत की कोरी किताब ,लेकर आए ,
क्या लेकर हम जाएँगे ? इस दुनिया से ,
कर्मों की भरी किताब ,
जो हमारे कर्मों के हिसाब से भरी होगी ||
कर्मों के अनुमान से काम , नहीं चलेगा ,
अनुमान तो केवल , मन की कल्पना है ,
अनुभव जो होंगे , हमारे कर्मों के ,
वही हमें अच्छा सबक सिखाएँगे ||
अच्छे कर्मों का जल लेकर ,
उसमें आत्मविश्वास का दूध मिलाकर ,
सही सोच की चीनी और ,
भरपूर समय की चाय - पत्ती मिलाकर ,
चाय बना लो , उसे अपने जीवन में उतार लो ,
तभी जीवन में सफलता की मंजिल मिलेगी ||
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