Saturday, April 19, 2025

BATAA DO ( AADHYAATMIK )

 

                       बता  दो 


आए हैं हम कहाँ से  ? जाएँगे हम कहाँ  ?

दोनों ही रास्ते नहीं जानते , हम  बप्पा ,

तुम तो जानते हो , बता दो ना तुम बप्पा  || 

 

कहाँ तुम्हारा लोक है  ? कहाँ तुम्हारा धाम  ? 

कौन - कौन रहता है वहाँ  ? बता तो दो ना  बप्पा  ,

सब कुछ तो तुम जानते हो , बता तो दो ना  बप्पा  || 


क्या रंग हैं वहाँ  ? क्या ढंग हैं वहाँ  ?

कुछ हमें भी सिखा दो , हम भी ढलें उसमें  ,

जिंदगी तुमने ही तो दी है , बता तो दो ना बप्पा  || 

 

जीवन मिला हमें तुमसे , तुम में ही समाएगा ,

बीत जाएगा जब जीवन , जब ये बीत जाएगा ,

तभी तो   द्वार  तेरा खुलेगा , तभी प्रवेश होगा ,

जिंदगी की राहें तुमने बनाईं , पार लगा देना बप्पा   || 

 

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