Saturday, April 12, 2025

SAAT ( KSHANIKAA )

 

                             सात  


सात सुरों की सरगम , सजती है मीठे गीतों में ,

सजती है मीठे बोलों में , सजती है मीठे संगीत में ,

संगीत भरी ये दुनिया , देती है मीठी मुस्कान  || 

 

बैठा है रचेता सातवें आसमान पर , वहीं से रचा संसार ,

वहीं रहकर ,वहीं से , चलाता सारा संसार  || 

 

सात समंदर पार की दुनिया ,बन गई है अब एक ,

उड़ - उड़ कर मानव पहुँचे , दुनिया के हर छोर  || 

 

सात रंग मिलकर बनता है , सतरंगा इंद्रधनुष ,

जो मुस्कान दे जाए ,हर मानव के होठों पर ,

भीगे - भीगे मौसम में , रवि किरणों का चमत्कार ,

वही बनाता , सतरंगा इंद्रधनुष  || 

 

सात दिनों का एक सप्ताह ,

जिनका है नाम , ग्रहों के नाम  पर ,

रविवार ( रवि ) , सोमवार ( चाँद ) ,मंगलवार ( मंगल ) ,

बुधवार ( बुध ),बृहस्पतिवार ( बृहस्पति ),शुक्रवार (शुक्र ), शनिवार ( शनि ) || 

 

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