रोबोट
बनाया रोबोट मानव ने , मशीनी ज्ञान के जरिए ,
ये रोबोट था निर्जीव , नहीं थे प्राण शरीर में इसके ||
मगर ईश्वर ने जो रोबोट बनाया , वह सजीव था ,
मानव ही वह रोबोट था , जो दिन - दिन बढ़ता था ||
ईश्वर का बनाया मानव , जो खाता था , पीता था ,
आकार में बढ़ता जाता था , गाता था , मुस्कुराता था ||
इस रोबोट ने अपनी एक , नई दुनिया बनाई थी ,
जिसमें इसने हर आराम की , सुविधा जुटाई थी ||
मगर इसने ईश्वर की बनाई , सुंदर दुनिया को ,
टुकड़ों ,खंडों में बाँट दिया , और सरहदों में बाँध दिया ||
No comments:
Post a Comment