Friday, April 11, 2025

VEER HANUMAAN ( AADHYAATMIK )

 

                            वीर हनुमान 


जय - जय , जय - जय , वीर हनुमान ,

तुम तो हो हमारे ,देश की शान ,

राम भक्त तुम तो हो , वीर हनुमान ,

सागर किया था पार तुमने , लगाकर छलांग  ||  


सीता माता को खोजा , सोने की लंका  तुमने जलाई ,

राम - लखन का साथ देने को , सुग्रीव की सेना बुलाई ,

सारे काम बनाए तुमने , पुल सागर पे बनाया ,

राम भक्त तो हो तुम , हमारे वीर हनुमान  || 

 

लखन के घायल होने पर , बूटी तुम ले आए ,

तभी तो युद्ध - क्षेत्र में , लखन के प्राण बच पाए ,

जीवन भर भक्ति की राम की , सेवा उनकी की ,

आज भी तुम अपने और , राम भक्तों की ,

भक्ति से खुश हो कर , उनकी इच्छा करते पूरी  || 

 

No comments:

Post a Comment