Monday, March 31, 2025

PARAAJAY ( KSHANIKAA )

 

                                पराजय 


दूजों  ने हमें हराने की , कोशिश तो बहुत की ,

हम हारे नहीं , ये हमारी जीत है ,

अपने ही  जाल में , हम उलझे रहे ता - उम्र ,

उलझन ना सुलझ पाई , ये हमारी हार है  || 

 

उलझन के धागों का ,सिरा ही नहीं मिल पाया ,

उलझन वहीं की वहीं रही , ये हमारी हार है ,

समय ता - उम्र ,बीतता चला गया मगर ,

उलझन नहीं सुलझी , ये हमारी हार है  || 

 

एक मोड़ पर ,अनजाने में ही हम ,

अपनी गलतियों के ना होने पर भी ,

हम दूजों की गलतियों के सामने झुक गए ,

अपनी पराजय स्वीकार कर ली ,

यह तो हमारा सिर्फ ,पराजय स्वीकार करना था ,

मगर दूसरों की यह , असली पराजय थी दोस्तों   || 

 

Sunday, March 30, 2025

SUBOOT ( KSHANIKAA )

 

                                  सुबूत 


 मन को शांत रखना ही , हमारी जीत है ,

मन की शांति में ही , जीवन सुंदर है ,

दूसरे की गलतियों को , क्षमा  करना ,

या उनकी गलतियों को , भूल जाना ,

ही तो मन को , शांति दे जाता है  || 

 

भूल जाइए दोस्तों , दूसरों के दिए जुमलों को ,

याद रखिए दोस्तों ,अपने दिल के विश्वास को ,

प्यार खुद से कीजिए , मुस्कानें  बिखराइए ,

और सभी को अपनाइए   || 

 

विश्वास भी कैसा दोस्त है अपना  ? 

उलझनों में फंसा देता है , 

मगर निकलने का रास्ता नहीं देता ,

रास्ता ढूँढने के लिए उम्र दे देता है  || 


मगर विश्वास करने के लिए  ,

कोई सुबूत नहीं देता ,

वैसे दोस्तों , हर बात का ,

कोई सुबूत नहीं होता ,

क्या गीता पर , श्री कृष्ण के हस्ताक्षर हैं  ?? 

 

Saturday, March 29, 2025

KHOOBSOORAT ( KSHANIKAA )

 

                               खूबसूरत 


सब कुछ याद ,मत रखो दोस्तों ,

कुछ याद रखो ,कुछ भूल जाओ ,

कुछ यादें मुस्कानों की , हों तो मुस्काओ ,

कुछ भूलने के बाद , उसे ना जगाओ  || 

 

मत सोचो दुनिया में , कौन खूबसूरत है  ?

बस इतना सोच लो कि तुम्हारी ,

दुनिया किसके होने से खूबसूरत है  ?? 

 

मैं बताऊँ दोस्तों , वह कौन है  ?

वह है --- आप सबकी मुस्कान  ,

आप सब की मुस्कान से ही तो ,

आप सबकी दुनिया खूबसूरत है   || 

 

 मुस्कानें ,जो सजा ले अपने होठों पर ,

वही अपनी जिंदगी ,खूबसूरत बना लेता है ,

वही जिंदगी जो ,ईश्वर की दी हुई नेमत है  || 

Friday, March 28, 2025

PAWAN ( JIVAN )

 

                               पवन 


हम प्यार तुमसे करते हैं , मेरे दोस्तों ,

हम खिलाते हैं मुस्कानें , तुम्हारी दोस्तों ,

हम यादें तुम्हें याद कराते हैं ,तुम्हारी दोस्तों   || 

 

ये जग है तुम्हारा - हमारा ,सुनो दोस्तों ,

ये जीवन बहुत प्यारा है , सुनो दोस्तों ,

रंगों का इंद्रधनुष प्यारा है ,सुनो दोस्तों  || 

 

धरा पे जो खिलते चमन हैं , देखो दोस्तों ,

चमन में खिलते जो फूल हैं , देखो  दोस्तों ,

उन फूलों की भीनी महक से , महको दोस्तों  || 

 

मुस्कानों और यादों को जग में , फैलाओ दोस्तों ,

रंगों और महकों को जग में , फैलाओ दोस्तों ,

जो चाहो तो हमारा साथ तुम ,अपनाओ दोस्तों ,

हमारा नाम जानते हो , क्या कहा नहीं  ? 

हमारा नाम है पवन , जान लो दोस्तों  || 

 

Thursday, March 27, 2025

KHUSHIYAAN ( KSHANIKAA )

 

                                       खुशियाँ 


बड़ी - बड़ी खुशियों का ,ना करो इंतजार दोस्तों ,

कमरों का आकार छोटा , साथ में द्वार छोटे ,

बड़ी खुशियाँ प्रवेश करेंगी कहाँ से  ?? 

 

छोटे कमरों और छोटे द्वार से ,

बुला लो अंदर छोटी खुशियों को ,

सूर्योदय के समय ,खिड़की से आती किरणों में ,

प्रातः काल जागे , पंछियों की चहचहाहट में ,

अपनी मुस्कान को जगा लो दोस्तों  || 

 

पेड़ों और पौधों की ,नवीन पत्तियों में ,

नई खिलती कलियों की सुंदरता में ,

जग को महकाती , फूलों की  महक में   ,

ढूँढ लो अपनी ,छोटी - छोटी खुशियों को ,

बुला लो अपने घर के अंदर ,

महका लो अपना घर , महक और खुशियों में  || 

 

Wednesday, March 26, 2025

RACHANAAKAAR ( AADHYAATMIK )

 

                         रचनाकार 


रिश्तों को संभालो दोस्तों ,दोस्ती को निभालो दोस्तों ,

ये ही तो सबका संसार है ,

ये ही तो जिंदगी का आधार है  || 

 

 दुनिया में फैले ,रंगों को समेट लो ,

इन्हीं से जीवन, सबका रंगीन बनेगा ,

हर मौसम में रंगों में , आएगा बदलाव ,

तभी तो जीवन में , इंद्रधनुष खिलेगा  || 

 

रचनाकार ने , जीवन सजाया धरा पर ,

रंग बिखराए ,पूरे संसार में , खुशियाँ बाँटी ,पूरे संसार में ,

 मुस्कानें सजाईं , सभी के होठों पर  || 


रचनाकार हर हालात में ,अपना द्वार खोलता है ,

अपने रचित मानव की , सदा मदद करता है ,

यदि एक द्वार बंद हो जाए तो ,

वह दूसरा द्वार ,खोल देता है  || 

 

Tuesday, March 25, 2025

VYASTATAA ( JIVAN )

 

                        व्यस्तता 


समय को खाली मत बिताओ ,व्यस्त बना लो ,

कर्मों का खजाना खोल लो , कर्म कर लो ,

जीवन के समय को ,व्यस्तता में डुबा लो  || 

 

ये व्यस्तता ही ,जीवन को सुंदर बनाती है ,

अपने जीवन को , मनपसंद कर्मों से सजा लो ,

वही कर्म तो तुम्हारे , जीवन को ख़ुशी देंगे  || 

 

व्यस्तता बढ़ाओ ,मुस्कानें बाँटने में ,

खुद की भी मुस्कानें बढ़ाने में ,

खुशियाँ देने में ,खुद भी खुश रहने में  || 

 

ऐसी व्यस्तता ही तो , जीवन का सार है ,

सुख का संसार , इसी तरह तो बनता है  ,

तो अपना लो ,इसी व्यस्तता को ,

खाली दिल , दिमाग ही ,दुखों का घर होता है  || 

Monday, March 24, 2025

ANMOL MOTII ( DOHA )

 

                            अनमोल मोती 


भूल कर पैर की मोच को ,त्याग कर छोटी सोच को ,

आगे तू कदम बढ़ा ,मिलेगी तुझे मंजिल  || 

 

बहुत ध्यान से ढूँढिए ,अपनी गलती जरूर मिलेगी ,

 तूफान को नन्हीं - सी ,नाव भी पार करेगी  || 


भीड़ बढ़ रही संसार में , मन  तो रहे अकेला ,

बुला ले अपने दोस्त , मन डूबेगा प्यार में  || 

 

खेलो खिलौनों से , मत खेलो जज्बात से ,

गर कुछ दुविधा हो तो , दूर करो उसे बात से  || 

 

अपनी मिट्टी से जुड़े रहो , पकड़ रहे मजबूत ,

संगमरमर पर तो , पैर ही फिसले जाएँ  || 

 

टूटी कलम को फिर से जोड़ो ,दूजों से जलन को छोड़ो ,

लिखो सत्कर्म से , अपने भाग्य को  || 

 

त्यागो आलस ,छोड़ो लालच पैसों का ,

लालच करो कर्म का ,मानव सेवा करो ,बनो सच्चे इंसान || 

 

मजा उठाओ सफर का , कम रखो सामान ,

जिंदगी मौज बन जाएगी ,जो कम होंगे अरमान  || 

 

धन को कभी ना जोड़िए ,वो तो साथ ना जाय ,

कर्मों की गठरी बाँध लो , जो तेरा साथ निभाय  || 

 

साँसों का बोझ शरीर को ,भारी बहुत बनाय ,

छूटीं साँस शरीर की , लाश तैरती आय  || 

Sunday, March 23, 2025

BHAAV ( KSHANIKAA )

 

                                 भाव 


जीवन में हैं होते , अनेक भावों के पहिए ,

प्रेम , प्यार , क्रोध , नफरत , भरोसा , धोखा ,

इन सभी को दिल में ना बसाओ ,

सुंदर भावों को ही , दिल में तुम बसाओ  || 

 

कुछ भाव तो , जीवन सुंदर बनाते हैं ,

मगर कुछ भाव तो , जीवन में  जहर घोल देते हैं ,

घर और रिश्ते संभाल लो दोस्तों ,

जिंदगी को जलेबी की तरह ,

रसीली और मीठी बना लो दोस्तों  || 

 

 भरोसा करो  ,हमेशा पहले स्वयं पर ,

उसके बाद , भरोसा करो अपनों पर ,

 तभी तो रिश्तों को प्यार की ,

चाशनी में डुबाकर मीठा बना पाओगे ,

तब सभी कुछ स्वयं संवर जाएगा दोस्तों  || 

 

Saturday, March 22, 2025

RISHTE ( KSHANIKAA )

 

                                 रिश्ते 


जिंदगी की रफ्तार , इतनी तेज ना रखो ,

कि दोस्त पीछे छूट जाएँ , 

मगर इतनी धीमे भी ना रखो , 

कि दोस्त आपको पीछे छोड़ ,मंजिल पर पहुँच जाएँ ,

तो दोस्तों औसत गति से चलते जाइए  || 

 

रफ्तार अपनी दौलत के लिए ना बढ़ाओ ,

दौलत तो ऐसी तितली है ,

जो उड़ते - उड़ते खुद भी दूर चली जाती है ,

और दूसरों को भी सभी अपनों से ,

दूर ले जाती है , और अकेला कर जाती है  || 

 

रिश्ते ऐसे बना लो दोस्तों ,

कि  हक , बिना किसी  शक के  बना रहे ,

विश्वास बना रहे ,जिंदगी में भरोसा कायम रहे , 

साथ ही रिश्तों का , हार सजा रहे  || 


Friday, March 21, 2025

SAMAY KE DARPAN ME ( KSHANIKAA )

 

                       समय के दर्पण में 


आज समय के दर्पण में , झाँका जो दोस्तों ,

कुछ समय तो हमने  देखे , बचपन के कुछ खेल ,

कुछ और समय में देखा , दोस्तों से अपना मेल  || 

 

यादों में अपने आईं , वो पुरानी गलियाँ ,

उन गलियों में खिलती रहीं ,खुशियों की कलियाँ ,

उनकी महक से ही तो ,महका है जीवन हमारा  || 

 

बचपन के कुछ दोस्तों से , आज भी मेल है ,

मगर सभी के ठिकाने , बहुत दूर - दूर हैं ,

आज समय के दर्पण में , उन्हीं का प्रतिबिंब है  || 

 

अब आगे कब मिलेंगे  ? सभी साथी अपने ,

याद आती है सभी की , आवाजें गूँजतीं हैं उनकी ,

उन्हीं गूँजों में अब तो , ये जिंदगी बितानी है  || 

 

समय का दर्पण भी ,एक सुंदर जरिया है ,

एक डोर है जो आज को और  ,

पुराने समय को जोड़ती है ,

तो इस सुंदर दर्पण को ,

अपने जीवन में सजाए रखो दोस्तों  || 

 

Thursday, March 20, 2025

SHRIDDHAA ( KSHANIKAA )

 

                                श्रृद्धा 


जीवन में आने वाला हर दिन ,

सब रंग नए दिखलाता है ,

उगने वाला सूरज ,हर किरण  नई बिखराता है ,

सब को रंगों से भरता है ,जीवन नए सजाता है  || 

 

जो नई कोंपलें फूटती हैं ,

उनको वह पेड़ बनाता है ,

आवाज पंछियों की वह ,सारे जग  में फैलाता है ,

इस सुंदर से जग को ,वह अति सुंदर बनाता है ,

जग वालों में वह ,मुस्कानें बाँटता जाता है  || 

 

सूरज की  किरणों से , सजी धरा ,

अपना सोना जग वालों को ,दे जाती है ,

जिससे जग वालों का ,आँचल पूरा भर जाता है  || 

 

इन सब तोहफों को पा कर के ,

मानव अमीर बन जाता है ,

इसीलिए वह धरा और सूरज ,

के सामने श्रृद्धा से शीश झुकाता है  || 

 

Wednesday, March 19, 2025

ANTARDWANDWA ( KSHANIKAA )

 

         

                      अंतर्द्वन्द्व 


दिल ,दिमाग में छिड़ा है द्वन्द्व , अंतर्द्वन्द्व ,

दिल जुड़ा है भावनाओं से ,

जबकि दिमाग में चल रहीं , तर्क संगत बातें ,

दोनों एक दूसरे से विपरीत दिशा में ,

एक दूसरे की बातों को काटती बातें  || 

 

भावनाओं की कसौटी ही हैं प्रेम ,प्यार ,

तर्क माँगता है सबके लिए प्रमाण ,

अब प्रेम ,प्यार के लिए कोई प्रमाण नहीं ,

और तर्क संगत  बातों के लिए कोई भाव नहीं  || 


कैसे ये द्वन्द्व  समाप्त हो दोस्तों  ?

दिल और दिमाग कैसे शांत हों दोस्तों  ?

इन दोनों के अशांत रहने पर ,

जीवन ही अशांत हो जाएगा दोस्तों  ,

बताओ दोस्तों ! कोई राह दिखाओ कोई रास्ता ,

दोनों को शांत करने के लिए ,कुछ सुझाव दो ना  || 

 

Tuesday, March 18, 2025

SAFAL ( JIVAN )

 

                                सफल  


कोई भी नहीं ,इतना ताकतवर ,

जो सभी को , मुस्कानें बाँट सके ,

जो सभी को , खुशियाँ बाँट सके ,

हम भी बंधु ,इतनी ताकत नहीं रखते  ||  


मगर हर कोई ,रखता नहीं ताकत ,

जो  दे  ना दुःख ,किसी को भी ,

जो दे ना उदासी ,किसी को भी ,

हम भी बंधु ,इतनी तो ताकत रखते हैं  || 

 

यही काफी है बंधु ,हम ना बनें ,

किसी के भी , किसी भी दुःख  का कारण ,

जीवन भर यही तमन्ना है दोस्तों ,

हमारे कारण किसी को ,कोई दुःख ना पहुँचे ,

हम किसी एक को भी , हम मुस्कान दे सकें ,

तो जिंदगी सफल है दोस्तों , सुंदर है दोस्तों  || 

 

NISHAAN ( JIVAN )

 

                     निशान 


शक्ति समेटो , दिल में आशा की ,

शक्ति समेटो , दिल में विश्वास की ,

यही शक्ति  तो तुम्हारे ,मनोबल को बढ़ाएगी ,

जीवन की राह को उजागर करेगी  || 

 

पूरी शक्ति लगा दो ,इसी राह में ,

दौड़ पड़ो और पाओ अपनी मंजिल ,

जीत जाओ सभी के दिल ,

रिश्ते बना लो और पकड़ लो मंजिल  || 

 

कल जब तुम ना रहोगे ,इस जग में ,

तब भी तुम्हारे आशा और विश्वास ,

पलेंगे , बढ़ेंगे इस जग में ,

तो बढ़ा लो कदम ,अपने इसी राह में ,

और छोड़ो अपने ,कदमों के निशान ,

इसी राह में , इसी राह में  || 

 

Sunday, March 16, 2025

TAARAAGAN ( JIVAN )

 

                          तारागण 


दिल , दिमाग जो मिला है बंधु ,

उनमें डालो सुंदर बीज ,

जो उगते ही जीवन को ,सुंदर बनाएँ ,

प्रेम ,प्यार और मीठे बोल ,

जीवन को प्यार में डुबा देंगे  ||  


लोभ ,मोह और क्रोध ना डालो ,

दिल , दिमाग की भूमि में  ,

इनके उगते ही तो बंधु ,

जीवन नर्क बन जाएगा  || 

 

कर लो जीवन को सुंदर ,

गीत बना लो , मीठे बोलों को बुनकर ,

दोस्त बनेंगे दुनिया में ,उन गीतों को सुनकर  || 

 

जीवन के सुंदर बनते  ही ,जग सुंदर हो जाएगा ,

 जग की सुंदरता देख - देख ,

तारागण भी शर्माएगा ,तारागण भी शर्माएगा  || 

 

SAMBHAAL ( KSHANIKAA )

 

                         संभाल 


जो चीजें तुम्हारे दिल के करीब हैं ,

उन्हें संभाल कर रखो दोस्तों ,

लंबे समय तक संभाल लोगे तो ,

वे सब तुम्हारे पास ही रहेंगी दोस्तों  || 

 

उन चीजों में क्या - क्या शामिल हैं  ?

उनमें हैं प्यार ,मीठे बोल ,मीठे गीत ,

प्यारे रिश्ते ,सब को दिल की तहों में ,

दबा कर रखो दोस्तों  || 

 

ये सब चीजें बहुत कीमती हैं दोस्तों ,

इनकी कीमत ना धन है , ना सोना - चाँदी ,

इनकी कोई कीमत नहीं है , ये सब अनमोल हैं  || 

 

मगर इनसे ही तुम ,और हम धनवान बनते हैं ,

इन्हीं से  संबंधित कर्म ही , हमारे जीवन के , 

बाद भी हमारा साथ देते हैं दोस्तों ,

तो इन्हीं को , पूरी तरह संभाल लो दोस्तों  || 

 

Friday, March 14, 2025

KHAJAANAA ( KSHANIKAA )

 

                             खजाना 


जीवन में प्रगति ,पाने की राह कठिन है  ,

उसी पर धीरे - धीरे , चलते रहना चाहिए ,

रिश्तों को पाने की , चाह सभी को होती है ,

रिश्तों को मजबूत ,धीरे - धीरे ही बनाना चाहिए  || 

 

इसी तरह हम अपने , मन को प्रसन्न बनाएँ ,

प्रसन्न रहते हुए ही , रिश्तों को मजबूत बनाएँ  ,

यही तो हमारे ,जीवन का खजाना है ,

इसी खजाने को , बढ़ाते रहना चाहिए  || 

 

इसी खजाने की , कीमत बहुत बड़ी है  ,

इस बड़ी कीमत को हमें ,बढ़ाते रहना जरूरी है ,

तभी तो हमारा ,खजाना भारी और कीमती ,

होने  पर हमारी , बड़ी मदद कर पाएगा  || 


HOLII HAI ( KSHANIKAA )

 

 

                               होली है 


पिचकारी की धार है ,रंगों की फुहार है ,

होली  है , भई  होली है ,

सब अपनों का प्यार है , यही तो होली है   || 

 

मुस्कानों का आधार है , प्रीतम की बाँहों का हार है ,

होली है , भई होली है ,

आकाश में खिलता चाँद है ,चंदनिया की चमकार है ,

यही तो होली है  || 

 

गुब्बारों की मार है , उड़ता अबीर गुलाल है ,

होली है , भई होली है ,

बच्चों और बड़ों के ,हुए रंगीन गाल हैं ,

यही तो होली है  || 

 

मिठाइयों का भंडार है , गुझिया की मारामार है ,

होली है , भई होली है ,

पकवानों की खुश्बुओं से ,महका हमरा संसार है ,

यही तो होली है , खुशियों की गोली है  || 

 

Wednesday, March 12, 2025

PYAARI DUNIYAA ( JIVAN )

 

                           प्यारी दुनिया 


दुनिया अपनी,जीवन अपना,सपने अपने,हर कोई अपना,

सभी के प्यार को ,तुम बसा लो अपने दिल में  ,

बना लो सभी को अपना  || 

 

रिश्तों को मजबूत बना लो , कड़क चाय की तरह ,

दोनों को ही बनने में ,समय तो लगता है दोस्तों  || 

 

कीमत रिश्तों की समझो तुम ,वही तो इस जीवन में ,

चलने वाली गाड़ी को ,मंजिल तक पहुँचाएँगे  || 

 

हर समय बदलता रहता है ,जीवन और रिश्ते दोनों ,

दोनों ही हालातों से ,जुड़े रहते हैं दोस्तों  || 

 

रंग - बिरंगी ये दुनिया ,मन सबका खुश करती ,

सबको ही ये प्यारी दुनिया ,उनका कर्म समझाती  || 

 

 

Tuesday, March 11, 2025

NAA MUMKIN ( JIVAN )

 

                     ना  मुमकिन 

 

जिंदगी में  कुछ  भी चाहना आसान नहीं ,

जिंदगी में कुछ भी पाना आसान नहीं ,

चाहत को पाने के लिए ,

कर्मों का कठिन होना जरूरी है  ||  

 

दोस्तों हर कोई ,उसी चीज को चाहता है ,

जिसे पाना बहुत मुश्किल है ,

इसलिए वह चीज उसे बहुत मुश्किल ,

और ना मुमकिन होने पर भी मिल जाती है  || 

 

तो भी हम उसे पा ही लेते हैं ,

जिंदगी की राहों को ,

मंजिल की ओर ,मोड़ ही लेते हैं ,

दुनिया के भवसागर को ,पार कर ही लेते हैं  ||  


Monday, March 10, 2025

JIMMEDAARII ( SAMAJIK )

 

                                जिम्मेदारी 


कुछ लोग जिम्मेदारी देते हैं , और कुछ लेते हैं ,

ये सिलसिला लगातार चलता है दोस्तों ,

हँसकर  जिम्मेदारी उठाने  वालों को ,

लोग बेवकूफ समझते हैं ,और उनका मजाक बनाते हैं  || 

 

क्या जिम्मेदारी उठाने वाले गलत हैं दोस्तों  ?

नहीं ! यदि ऐसा   हो , तो कोई माता - पिता ,

बच्चों को सहारा नहीं देंगे ,

गलत वो हैं ,जो उनकं मजाक बनाते हैं  || 

 

जिम्मेदारी उठाना प्यार से , दुनिया में ,

एक बहुत बड़ा और महान कार्य है ,

समझो उन लोगों के प्यार को ,

जो ये कार्य प्यार में डूबकर करते हैं ,

ना किसी पर हक जताते हैं ,

ना किसी से कोई माँग करते हैं ,

उन्हें सिर्फ उनका प्यार और मीठे बोल चाहिएँ  || 

 

Sunday, March 9, 2025

MUSKAANEN ( JIVAN )

 

                            मुस्कानें 


मुस्कानें बाँटो  सभी में ,तभी तो तुम भी पाओगे ,

रंग बाँटोगे जो सब ओर ,रंगों से तुम रंग जाओगे ,

सच मानो दोस्तों ,इंद्रधनुष बन जाओगे  || 

 

कलियों को खिलाओगे ,तो गुलशन को महकाओगे ,

गुलशन की महक से तुम ,जग को महकाओगे ,

जग की महक से तुम ,अपनी साँसों को महकाओगे  || 

 

ये तो रीत है दुनिया की ,जो बोओगे वही तो काटोगे ,

प्रकृति के नियमों का ,पालन करके ही तो ,

तुम अपने जीवन को ,सफलताएँ दिलाओगे  || 

 

कीमतें मुस्कानों की ,और रंगों की ,

इसी जीवन में ही तो चुकानी हैं ,

महकाओगे इस दुनिया को तो ,

उन्हीं महकों में तुम भी रम जाओगे  || 

 

Saturday, March 8, 2025

KARMON SE BHARII KISMAT ( KSHANIKAA )

 

                             कर्मों से भरी किस्मत 


किस्मत का लेखा  लेकर आए हम , इस जग में ,

तब हमारे कर्म का लेखा शून्य था ,

किस्मत का खर्चा किया हमने ,  इस जग में ,

हो गया , जो अंत तक हो गया शून्य था  || 

 

कर्म का लेखा बढ़ता गया ,इस जग में ,

साथ ही कर्म की गठरी भी ,बढ़ती गई ,

हमने वो गठरी ,कैसे कर्मों से भरी  ?

अच्छे थे या बुरे थे  ? सच्चे थे या झूठे थे  ??

 

यह तो किस्मत ,लिखने वाला ही  तय करेगा  ,

 हमने क्या किया  ? कैसे किया  ? क्यों किया  ? 

फैसला रचनाकार का , हम पास हुए या फेल  ? 

हमने अपना जीवन ,सफल किया  या नहीं  ?? 

हम कुछ भी नहीं जानते ,हम कुछ भी नहीं जानते  || 


Friday, March 7, 2025

MAHILAA DIVAS ( STREE VIMARSH )

 

                             महिला दिवस 


दुनिया के इस भवसागर में , फंसी हुई एक स्त्री हूँ मैं ,

हाँ ,जी हाँ ! एक स्त्री हूँ मैं ,

 अपने सब किरदार निभाती ,स्त्री हूँ मैं  ||  


जितने कर्त्तव्य ईश्वर ने सौंपे ,

जितने कर्त्तव्य पथ ईश्वर ने बनाए ,

उन सभी पे चलती ,स्त्री हूँ मैं ,

अपने सभी कर्त्तव्य निभाती ,स्त्री हूँ मैं  || 

 

अपना कोई कर्त्तव्य अधूरा ,मैंने नहीं छोड़ा ,

हर कर्तव्य जी जान से निभाती ,स्त्री हूँ मैं  || 

कीमत हर रिश्ते की चुकाती , स्त्री हूँ मैं  || 

 

आज तो महिला दिवस मनाकर ,स्त्रियों का सम्मान करते हैं ,

मगर भारत देश में , हर दिन महिला का है ,

तो बंधुओं समझ गए या नहीं  ?? 

 

 

 

 

Thursday, March 6, 2025

DHAIRYAVAAN SAMAY ( JIVAN )

 

                         धैर्यवान समय 


समय और धैर्य को , दिल में रखिए ,

समय को व्यर्थ ना , गँवाइए दोस्तों ,

समय की चाल  के साथ , चलते जाइए ,

समय के हर पल की , कद्र कीजिए दोस्तों   || 

 

समय ही दुनिया वालों के  , सब रंग दिखाता है ,

दुनिया वालों की टेढ़ी - मेढ़ी , चाल दिखाता है ,

दुनिया वालों के दबे भावों को , उजागर कर जाता है ,

उसके बाद  समय तेजी से  ,बीत जाता है  || 


समय चाहे अच्छा हो या खराब ,

दोस्तों धैर्य के साथ ,उसे बिताइए ,

अच्छे समय में गुरूर ना करना दोस्तों ,

खराब समय को धैर्य के साथ बिताना ,

अपने धैर्य को कायम रख कर ,

हर समय को बिता देना दोस्तों ,

ये होगा धैर्यवान समय तुम्हारा दोस्तों  || 

 

Wednesday, March 5, 2025

JAGMAGAAYAA ( JALAD AA )

 

                        जगमगाया  


दोस्तों ने दी आवाज ,और हम आ गए ,

बदरा ने कहा ---- आओ ! सखि जल्दी से ,

और मैं दौड़ी --- पहुँची , बदरा की छाँव  || 

 

साथ में बदरा के ,दामिनी भी आई थी ,

चमकती ,कड़कती ,खिलखिलाती ,

 उसके रूप   ने तो  ,हमारा दिल खिलखिलाया  || 


बदरा की छाँव थी ,ठंडी - ठंडी ,

दामिनी की गरज तो ,थी चमकीली ,

कड़कते  रूप ने  , अचानक से डराया  || 


दोनों ने साथ मिल कर , हम मुस्काए ,

दोनों ने हमें , गगना  में झुलाया  ,

जिससे हमारा ,जीवन भी जगमगाया ,

               जीवन भी जगमगाया  || 

 

Tuesday, March 4, 2025

AAVAAJ SE ( JIVAN )

 

                     आवाज  से 


भावनाओं को हमेशा जिंदा रखो दोस्तों ,

उन्हें दबाए रखोगे ,तो वह डूबने लगेंगी ,

विचारों के धारा - प्रवाह में ,चिंता की अनदेखी गर्त में ,

तो भावनाओं  जाहिर कर दो दोस्तों  || 

 

विश्वास रखो ईश पर ,

अपने भावों को उन्हें सौंप दो , 

वह आपकी पसंद को पूरा करें या नहीं करें ,

वह अपनी पसंद को पूरा कर के ,

आपकी जिंदगी को सुंदर बनाएँगे  || 

 

आज के भाव हमें बहुत कुछ देते हैं ,

साथ ही बहुत कुछ लेते हैं ,

मोबाइल फोन से हम किसी से जुड़ते हैं ,

मगर काश वह पुराना  समय लौट सकता ,

जहाँ दोस्त हमें और हम दोस्तों को ,

आवाज से ही बुला सकते हों  || 

 

Monday, March 3, 2025

SABAR ( RATNAAKAR )

 

                                सबर 


सबर का सागर बहुत बड़ा ,बहुत गहरा ,

 दुनिया में चहुँ ओर फैला  ,

लगा लो  उसमें डुबकी दोस्तों ,

डूबोगे नहीं , तर  जाओगे दोस्तों  || 


सागर में तो रत्न भरे होते ,

सबर के सागर में ,भरी हैं मुस्कानें ,

उसमें भरी सफलताएँ ,और खुशियाँ ,

तो पा लो सभी खुशियाँ ,

सफलताएँ और मुस्कानें दोस्तों  || 

 

दोस्तों ये  सब कुछ  मिलेगा तुम्हें ,

सबर के सागर में डुबकी लगाने पर ही मिलेगा ,

यदि किनारे खड़े रहे तो , कुछ नहीं मिलेगा दोस्तों  || 

 

Sunday, March 2, 2025

MODD LO ( KSHANIKAA )

 

                            मोड़ लो 


खुशी में दिया हुआ वचन ,पूरा करना मुश्किल है ,

क्रोध में लिया हुआ फैसला ,पूरा करना मुश्किल है ,

दोनों को ही मन के पिंजरे में ,बंद कर दो यारों ||  


उदासियों में ,गमगीन नगमे मत गुनगुनाओ ,

थोड़ी सी मुस्कान होठों पे लाकर ,

कोई सुंदर और ,प्यारा नगमा गुनगुनाओ यारों  || 

 

जीवन में अलग - अलग ,परिस्थितियाँ आती हैं ,

सभी में अलग - अलग ,मूड बन जाता है ,

तो ऐसे में , समझदारी से काम लो यारों  || 

 

हर परिस्थिति की अलग कहानी है ,

हर मूड की अलग - अलग रवानी है ,

तो परिस्थिति और मूड के अनुसार ही ,

समय को अपने ,अनुसार ही मोड़ लो यारों  || 

 

Saturday, March 1, 2025

DOSTII APNII ( CHANDRAMAA )

 

                                   दोस्ती अपनी 


बोल मेरे चंदा ,कब बिखराओगे चंदनिया  ?

कब तुम मुस्काओगे ,नीले  - नीले गगना में  ?

बताओ समय और तारीख , जो मैं  रहूँ जागती  || 


तुम्हारा इंतजार हर रोज ,रहता है मुझे  ,

मगर तुम तो नहीं , दिखाई  देते हो हर रोज ,

अब जल्दी समय निकालो , चमक भी जाओ गगना में  || 

 

जल्दी ही चंदनिया बिखराओ ,मेरे आँचल  में , 

मुस्कानें चमका दो चंदा ,मेरे होठों में ,

दोस्ती का वास्ता तुमको , आओ ,आओ ,जल्दी से ,

गहराओ और दोस्ती अपनी ,दोस्ती अपनी  ||