Wednesday, March 12, 2025

PYAARI DUNIYAA ( JIVAN )

 

                           प्यारी दुनिया 


दुनिया अपनी,जीवन अपना,सपने अपने,हर कोई अपना,

सभी के प्यार को ,तुम बसा लो अपने दिल में  ,

बना लो सभी को अपना  || 

 

रिश्तों को मजबूत बना लो , कड़क चाय की तरह ,

दोनों को ही बनने में ,समय तो लगता है दोस्तों  || 

 

कीमत रिश्तों की समझो तुम ,वही तो इस जीवन में ,

चलने वाली गाड़ी को ,मंजिल तक पहुँचाएँगे  || 

 

हर समय बदलता रहता है ,जीवन और रिश्ते दोनों ,

दोनों ही हालातों से ,जुड़े रहते हैं दोस्तों  || 

 

रंग - बिरंगी ये दुनिया ,मन सबका खुश करती ,

सबको ही ये प्यारी दुनिया ,उनका कर्म समझाती  || 

 

 

Tuesday, March 11, 2025

NAA MUMKIN ( JIVAN )

 

                     ना  मुमकिन 

 

जिंदगी में  कुछ  भी चाहना आसान नहीं ,

जिंदगी में कुछ भी पाना आसान नहीं ,

चाहत को पाने के लिए ,

कर्मों का कठिन होना जरूरी है  ||  

 

दोस्तों हर कोई ,उसी चीज को चाहता है ,

जिसे पाना बहुत मुश्किल है ,

इसलिए वह चीज उसे बहुत मुश्किल ,

और ना मुमकिन होने पर भी मिल जाती है  || 

 

तो भी हम उसे पा ही लेते हैं ,

जिंदगी की राहों को ,

मंजिल की ओर ,मोड़ ही लेते हैं ,

दुनिया के भवसागर को ,पार कर ही लेते हैं  ||  


Monday, March 10, 2025

JIMMEDAARII ( SAMAJIK )

 

                                जिम्मेदारी 


कुछ लोग जिम्मेदारी देते हैं , और कुछ लेते हैं ,

ये सिलसिला लगातार चलता है दोस्तों ,

हँसकर  जिम्मेदारी उठाने  वालों को ,

लोग बेवकूफ समझते हैं ,और उनका मजाक बनाते हैं  || 

 

क्या जिम्मेदारी उठाने वाले गलत हैं दोस्तों  ?

नहीं ! यदि ऐसा   हो , तो कोई माता - पिता ,

बच्चों को सहारा नहीं देंगे ,

गलत वो हैं ,जो उनकं मजाक बनाते हैं  || 

 

जिम्मेदारी उठाना प्यार से , दुनिया में ,

एक बहुत बड़ा और महान कार्य है ,

समझो उन लोगों के प्यार को ,

जो ये कार्य प्यार में डूबकर करते हैं ,

ना किसी पर हक जताते हैं ,

ना किसी से कोई माँग करते हैं ,

उन्हें सिर्फ उनका प्यार और मीठे बोल चाहिएँ  || 

 

Sunday, March 9, 2025

MUSKAANEN ( JIVAN )

 

                            मुस्कानें 


मुस्कानें बाँटो  सभी में ,तभी तो तुम भी पाओगे ,

रंग बाँटोगे जो सब ओर ,रंगों से तुम रंग जाओगे ,

सच मानो दोस्तों ,इंद्रधनुष बन जाओगे  || 

 

कलियों को खिलाओगे ,तो गुलशन को महकाओगे ,

गुलशन की महक से तुम ,जग को महकाओगे ,

जग की महक से तुम ,अपनी साँसों को महकाओगे  || 

 

ये तो रीत है दुनिया की ,जो बोओगे वही तो काटोगे ,

प्रकृति के नियमों का ,पालन करके ही तो ,

तुम अपने जीवन को ,सफलताएँ दिलाओगे  || 

 

कीमतें मुस्कानों की ,और रंगों की ,

इसी जीवन में ही तो चुकानी हैं ,

महकाओगे इस दुनिया को तो ,

उन्हीं महकों में तुम भी रम जाओगे  || 

 

Saturday, March 8, 2025

KARMON SE BHARII KISMAT ( KSHANIKAA )

 

                             कर्मों से भरी किस्मत 


किस्मत का लेखा  लेकर आए हम , इस जग में ,

तब हमारे कर्म का लेखा शून्य था ,

किस्मत का खर्चा किया हमने ,  इस जग में ,

हो गया , जो अंत तक हो गया शून्य था  || 

 

कर्म का लेखा बढ़ता गया ,इस जग में ,

साथ ही कर्म की गठरी भी ,बढ़ती गई ,

हमने वो गठरी ,कैसे कर्मों से भरी  ?

अच्छे थे या बुरे थे  ? सच्चे थे या झूठे थे  ??

 

यह तो किस्मत ,लिखने वाला ही  तय करेगा  ,

 हमने क्या किया  ? कैसे किया  ? क्यों किया  ? 

फैसला रचनाकार का , हम पास हुए या फेल  ? 

हमने अपना जीवन ,सफल किया  या नहीं  ?? 

हम कुछ भी नहीं जानते ,हम कुछ भी नहीं जानते  || 


Friday, March 7, 2025

MAHILAA DIVAS ( STREE VIMARSH )

 

                             महिला दिवस 


दुनिया के इस भवसागर में , फंसी हुई एक स्त्री हूँ मैं ,

हाँ ,जी हाँ ! एक स्त्री हूँ मैं ,

 अपने सब किरदार निभाती ,स्त्री हूँ मैं  ||  


जितने कर्त्तव्य ईश्वर ने सौंपे ,

जितने कर्त्तव्य पथ ईश्वर ने बनाए ,

उन सभी पे चलती ,स्त्री हूँ मैं ,

अपने सभी कर्त्तव्य निभाती ,स्त्री हूँ मैं  || 

 

अपना कोई कर्त्तव्य अधूरा ,मैंने नहीं छोड़ा ,

हर कर्तव्य जी जान से निभाती ,स्त्री हूँ मैं  || 

कीमत हर रिश्ते की चुकाती , स्त्री हूँ मैं  || 

 

आज तो महिला दिवस मनाकर ,स्त्रियों का सम्मान करते हैं ,

मगर भारत देश में , हर दिन महिला का है ,

तो बंधुओं समझ गए या नहीं  ?? 

 

 

 

 

Thursday, March 6, 2025

DHAIRYAVAAN SAMAY ( JIVAN )

 

                         धैर्यवान समय 


समय और धैर्य को , दिल में रखिए ,

समय को व्यर्थ ना , गँवाइए दोस्तों ,

समय की चाल  के साथ , चलते जाइए ,

समय के हर पल की , कद्र कीजिए दोस्तों   || 

 

समय ही दुनिया वालों के  , सब रंग दिखाता है ,

दुनिया वालों की टेढ़ी - मेढ़ी , चाल दिखाता है ,

दुनिया वालों के दबे भावों को , उजागर कर जाता है ,

उसके बाद  समय तेजी से  ,बीत जाता है  || 


समय चाहे अच्छा हो या खराब ,

दोस्तों धैर्य के साथ ,उसे बिताइए ,

अच्छे समय में गुरूर ना करना दोस्तों ,

खराब समय को धैर्य के साथ बिताना ,

अपने धैर्य को कायम रख कर ,

हर समय को बिता देना दोस्तों ,

ये होगा धैर्यवान समय तुम्हारा दोस्तों  || 

 

Wednesday, March 5, 2025

JAGMAGAAYAA ( JALAD AA )

 

                        जगमगाया  


दोस्तों ने दी आवाज ,और हम आ गए ,

बदरा ने कहा ---- आओ ! सखि जल्दी से ,

और मैं दौड़ी --- पहुँची , बदरा की छाँव  || 

 

साथ में बदरा के ,दामिनी भी आई थी ,

चमकती ,कड़कती ,खिलखिलाती ,

 उसके रूप   ने तो  ,हमारा दिल खिलखिलाया  || 


बदरा की छाँव थी ,ठंडी - ठंडी ,

दामिनी की गरज तो ,थी चमकीली ,

कड़कते  रूप ने  , अचानक से डराया  || 


दोनों ने साथ मिल कर , हम मुस्काए ,

दोनों ने हमें , गगना  में झुलाया  ,

जिससे हमारा ,जीवन भी जगमगाया ,

               जीवन भी जगमगाया  || 

 

Tuesday, March 4, 2025

AAVAAJ SE ( JIVAN )

 

                     आवाज  से 


भावनाओं को हमेशा जिंदा रखो दोस्तों ,

उन्हें दबाए रखोगे ,तो वह डूबने लगेंगी ,

विचारों के धारा - प्रवाह में ,चिंता की अनदेखी गर्त में ,

तो भावनाओं  जाहिर कर दो दोस्तों  || 

 

विश्वास रखो ईश पर ,

अपने भावों को उन्हें सौंप दो , 

वह आपकी पसंद को पूरा करें या नहीं करें ,

वह अपनी पसंद को पूरा कर के ,

आपकी जिंदगी को सुंदर बनाएँगे  || 

 

आज के भाव हमें बहुत कुछ देते हैं ,

साथ ही बहुत कुछ लेते हैं ,

मोबाइल फोन से हम किसी से जुड़ते हैं ,

मगर काश वह पुराना  समय लौट सकता ,

जहाँ दोस्त हमें और हम दोस्तों को ,

आवाज से ही बुला सकते हों  || 

 

Monday, March 3, 2025

SABAR ( RATNAAKAR )

 

                                सबर 


सबर का सागर बहुत बड़ा ,बहुत गहरा ,

 दुनिया में चहुँ ओर फैला  ,

लगा लो  उसमें डुबकी दोस्तों ,

डूबोगे नहीं , तर  जाओगे दोस्तों  || 


सागर में तो रत्न भरे होते ,

सबर के सागर में ,भरी हैं मुस्कानें ,

उसमें भरी सफलताएँ ,और खुशियाँ ,

तो पा लो सभी खुशियाँ ,

सफलताएँ और मुस्कानें दोस्तों  || 

 

दोस्तों ये  सब कुछ  मिलेगा तुम्हें ,

सबर के सागर में डुबकी लगाने पर ही मिलेगा ,

यदि किनारे खड़े रहे तो , कुछ नहीं मिलेगा दोस्तों  || 

 

Sunday, March 2, 2025

MODD LO ( KSHANIKAA )

 

                            मोड़ लो 


खुशी में दिया हुआ वचन ,पूरा करना मुश्किल है ,

क्रोध में लिया हुआ फैसला ,पूरा करना मुश्किल है ,

दोनों को ही मन के पिंजरे में ,बंद कर दो यारों ||  


उदासियों में ,गमगीन नगमे मत गुनगुनाओ ,

थोड़ी सी मुस्कान होठों पे लाकर ,

कोई सुंदर और ,प्यारा नगमा गुनगुनाओ यारों  || 

 

जीवन में अलग - अलग ,परिस्थितियाँ आती हैं ,

सभी में अलग - अलग ,मूड बन जाता है ,

तो ऐसे में , समझदारी से काम लो यारों  || 

 

हर परिस्थिति की अलग कहानी है ,

हर मूड की अलग - अलग रवानी है ,

तो परिस्थिति और मूड के अनुसार ही ,

समय को अपने ,अनुसार ही मोड़ लो यारों  || 

 

Saturday, March 1, 2025

DOSTII APNII ( CHANDRAMAA )

 

                                   दोस्ती अपनी 


बोल मेरे चंदा ,कब बिखराओगे चंदनिया  ?

कब तुम मुस्काओगे ,नीले  - नीले गगना में  ?

बताओ समय और तारीख , जो मैं  रहूँ जागती  || 


तुम्हारा इंतजार हर रोज ,रहता है मुझे  ,

मगर तुम तो नहीं , दिखाई  देते हो हर रोज ,

अब जल्दी समय निकालो , चमक भी जाओ गगना में  || 

 

जल्दी ही चंदनिया बिखराओ ,मेरे आँचल  में , 

मुस्कानें चमका दो चंदा ,मेरे होठों में ,

दोस्ती का वास्ता तुमको , आओ ,आओ ,जल्दी से ,

गहराओ और दोस्ती अपनी ,दोस्ती अपनी  ||