Saturday, March 22, 2025

RISHTE ( KSHANIKAA )

 

                                 रिश्ते 


जिंदगी की रफ्तार , इतनी तेज ना रखो ,

कि दोस्त पीछे छूट जाएँ , 

मगर इतनी धीमे भी ना रखो , 

कि दोस्त आपको पीछे छोड़ ,मंजिल पर पहुँच जाएँ ,

तो दोस्तों औसत गति से चलते जाइए  || 

 

रफ्तार अपनी दौलत के लिए ना बढ़ाओ ,

दौलत तो ऐसी तितली है ,

जो उड़ते - उड़ते खुद भी दूर चली जाती है ,

और दूसरों को भी सभी अपनों से ,

दूर ले जाती है , और अकेला कर जाती है  || 

 

रिश्ते ऐसे बना लो दोस्तों ,

कि  हक , बिना किसी  शक के  बना रहे ,

विश्वास बना रहे ,जिंदगी में भरोसा कायम रहे , 

साथ ही रिश्तों का , हार सजा रहे  || 


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