रचनाकार
रिश्तों को संभालो दोस्तों ,दोस्ती को निभालो दोस्तों ,
ये ही तो सबका संसार है ,
ये ही तो जिंदगी का आधार है ||
दुनिया में फैले ,रंगों को समेट लो ,
इन्हीं से जीवन, सबका रंगीन बनेगा ,
हर मौसम में रंगों में , आएगा बदलाव ,
तभी तो जीवन में , इंद्रधनुष खिलेगा ||
रचनाकार ने , जीवन सजाया धरा पर ,
रंग बिखराए ,पूरे संसार में , खुशियाँ बाँटी ,पूरे संसार में ,
मुस्कानें सजाईं , सभी के होठों पर ||
रचनाकार हर हालात में ,अपना द्वार खोलता है ,
अपने रचित मानव की , सदा मदद करता है ,
यदि एक द्वार बंद हो जाए तो ,
वह दूसरा द्वार ,खोल देता है ||
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