Wednesday, March 26, 2025

RACHANAAKAAR ( AADHYAATMIK )

 

                         रचनाकार 


रिश्तों को संभालो दोस्तों ,दोस्ती को निभालो दोस्तों ,

ये ही तो सबका संसार है ,

ये ही तो जिंदगी का आधार है  || 

 

 दुनिया में फैले ,रंगों को समेट लो ,

इन्हीं से जीवन, सबका रंगीन बनेगा ,

हर मौसम में रंगों में , आएगा बदलाव ,

तभी तो जीवन में , इंद्रधनुष खिलेगा  || 

 

रचनाकार ने , जीवन सजाया धरा पर ,

रंग बिखराए ,पूरे संसार में , खुशियाँ बाँटी ,पूरे संसार में ,

 मुस्कानें सजाईं , सभी के होठों पर  || 


रचनाकार हर हालात में ,अपना द्वार खोलता है ,

अपने रचित मानव की , सदा मदद करता है ,

यदि एक द्वार बंद हो जाए तो ,

वह दूसरा द्वार ,खोल देता है  || 

 

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