आवाज से
भावनाओं को हमेशा जिंदा रखो दोस्तों ,
उन्हें दबाए रखोगे ,तो वह डूबने लगेंगी ,
विचारों के धारा - प्रवाह में ,चिंता की अनदेखी गर्त में ,
तो भावनाओं जाहिर कर दो दोस्तों ||
विश्वास रखो ईश पर ,
अपने भावों को उन्हें सौंप दो ,
वह आपकी पसंद को पूरा करें या नहीं करें ,
वह अपनी पसंद को पूरा कर के ,
आपकी जिंदगी को सुंदर बनाएँगे ||
आज के भाव हमें बहुत कुछ देते हैं ,
साथ ही बहुत कुछ लेते हैं ,
मोबाइल फोन से हम किसी से जुड़ते हैं ,
मगर काश वह पुराना समय लौट सकता ,
जहाँ दोस्त हमें और हम दोस्तों को ,
आवाज से ही बुला सकते हों ||
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