खुशियाँ
बड़ी - बड़ी खुशियों का ,ना करो इंतजार दोस्तों ,
कमरों का आकार छोटा , साथ में द्वार छोटे ,
बड़ी खुशियाँ प्रवेश करेंगी कहाँ से ??
छोटे कमरों और छोटे द्वार से ,
बुला लो अंदर छोटी खुशियों को ,
सूर्योदय के समय ,खिड़की से आती किरणों में ,
प्रातः काल जागे , पंछियों की चहचहाहट में ,
अपनी मुस्कान को जगा लो दोस्तों ||
पेड़ों और पौधों की ,नवीन पत्तियों में ,
नई खिलती कलियों की सुंदरता में ,
जग को महकाती , फूलों की महक में ,
ढूँढ लो अपनी ,छोटी - छोटी खुशियों को ,
बुला लो अपने घर के अंदर ,
महका लो अपना घर , महक और खुशियों में ||
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