खजाना
जीवन में प्रगति ,पाने की राह कठिन है ,
उसी पर धीरे - धीरे , चलते रहना चाहिए ,
रिश्तों को पाने की , चाह सभी को होती है ,
रिश्तों को मजबूत ,धीरे - धीरे ही बनाना चाहिए ||
इसी तरह हम अपने , मन को प्रसन्न बनाएँ ,
प्रसन्न रहते हुए ही , रिश्तों को मजबूत बनाएँ ,
यही तो हमारे ,जीवन का खजाना है ,
इसी खजाने को , बढ़ाते रहना चाहिए ||
इसी खजाने की , कीमत बहुत बड़ी है ,
इस बड़ी कीमत को हमें ,बढ़ाते रहना जरूरी है ,
तभी तो हमारा ,खजाना भारी और कीमती ,
होने पर हमारी , बड़ी मदद कर पाएगा ||
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