Sunday, March 16, 2025

TAARAAGAN ( JIVAN )

 

                          तारागण 


दिल , दिमाग जो मिला है बंधु ,

उनमें डालो सुंदर बीज ,

जो उगते ही जीवन को ,सुंदर बनाएँ ,

प्रेम ,प्यार और मीठे बोल ,

जीवन को प्यार में डुबा देंगे  ||  


लोभ ,मोह और क्रोध ना डालो ,

दिल , दिमाग की भूमि में  ,

इनके उगते ही तो बंधु ,

जीवन नर्क बन जाएगा  || 

 

कर लो जीवन को सुंदर ,

गीत बना लो , मीठे बोलों को बुनकर ,

दोस्त बनेंगे दुनिया में ,उन गीतों को सुनकर  || 

 

जीवन के सुंदर बनते  ही ,जग सुंदर हो जाएगा ,

 जग की सुंदरता देख - देख ,

तारागण भी शर्माएगा ,तारागण भी शर्माएगा  || 

 

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