परछाइयाँ
छलछलाते पानी में , परिंदों की परछाइयाँ ,
बहाव के साथ हों या , विपरीत दिशाओं में ,
चमक उठती हैं वैसे ही , जैसे हों पानी में हवाइयाँ ||
पंखों को हिलाते हुए , आवाज देकर सबको बुलाते हुए ,
खेल जैसे दिखाते हुए , सबका दिल बहलाते हुए ,
पानी में तैरती हैं , उन सबकी परछाइयाँ ||
उड़ते हैं हवाओं में , तिरते हैं लहरों में ,
हर जगह दिखते हैं , नदिया में , नहरों में ,
सागर में भी ना डूबीं , उन सबकी परछाइयाँ ||
सागर की ऊँची लहरें , कल - कल , कल - कल बोलीं ,
आओ सभी परिंदों , हमारे साथ मिल खेलो ,
मिल के आज खेलेंगे , ना नापेंगे गहराइयाँ ||
परिंदों और लहरों का , मिल कर खेल हुआ ,
दोनों ही बारी - बारी , ऊपर कभी नीचे हुए ,
खेल में भी परिंदों की , ऊपर थीं परछाइयाँ ||
छलछलाते पानी में , परिंदों की परछाइयाँ ,
बहाव के साथ हों या , विपरीत दिशाओं में ,
चमक उठती हैं वैसे ही , जैसे हों पानी में हवाइयाँ ||
पंखों को हिलाते हुए , आवाज देकर सबको बुलाते हुए ,
खेल जैसे दिखाते हुए , सबका दिल बहलाते हुए ,
पानी में तैरती हैं , उन सबकी परछाइयाँ ||
उड़ते हैं हवाओं में , तिरते हैं लहरों में ,
हर जगह दिखते हैं , नदिया में , नहरों में ,
सागर में भी ना डूबीं , उन सबकी परछाइयाँ ||
सागर की ऊँची लहरें , कल - कल , कल - कल बोलीं ,
आओ सभी परिंदों , हमारे साथ मिल खेलो ,
मिल के आज खेलेंगे , ना नापेंगे गहराइयाँ ||
परिंदों और लहरों का , मिल कर खेल हुआ ,
दोनों ही बारी - बारी , ऊपर कभी नीचे हुए ,
खेल में भी परिंदों की , ऊपर थीं परछाइयाँ ||
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