Monday, August 28, 2023

BANDAGII ( JIVAN )

 

                              बंदगी  


इस लोक में और परलोक में ,

एक श्वास का ही अंतर  है दोस्तों ,

श्वास चल रही है ,तो इस लोक में बसेरा ,

और श्वास रुक गई तो ,उस लोक में सवेरा | 


श्वास चलने से  ही ,सब रिश्ते - नाते ,

श्वास रुकते ही ,अनजान सब रिश्ते - नाते ,

श्वास के चलते ही ,सब कर्म हैं दोस्तों ,

श्वास के रुकते ही ,सब मर्म है दोस्तों | 


ये श्वास ही है ,जो जीवन है देती ,

ये श्वास ही है ,जो जिंदगी है देती ,

इसी श्वास के कारण ही तो ,

उस रचनाकार की बंदगी है दोस्तों | 



Sunday, August 27, 2023

HIMMAT ( JIVAN )

 

                            हिम्मत 


हिम्मत को पकड़ कर रखना जरूरी है ,

कुछ भी समस्या हो ,हिम्मत से दूर हो जाती है ,

और हिम्मत हमें मजबूत बना देती है | 


जिंदगी में छोटी - बड़ी समस्याएँ ,

आती हैं ,परेशान भी करती हैं ,

हिम्मत हमारी परेशानी दूर कर देती है | 


कभी भी परेशानियों को खुद पर ,

हावी ना होने दें ,ये परेशानियाँ ही ,

हमें कमजोर बनाती जाती हैं | 


हिम्मत करके हर परिस्थिति में ,

मुस्कान को ,अपने होठों पर सजा के रखना ,

ये मुस्कान ही खुशियों की खिलखिलाहट लाती है | 


Thursday, August 24, 2023

SALAAMEE ( DESH )

 

                        सलामी 


सलाम ,सलाम ,सलाम ,

सलाम - ए - गर्व को ,इसरो वालों ,क़ुबूल कर  लो ,

सलाम -ए - गर्व इसरो वालों। तुम क़ुबूल कर लो ,

 हम सारे भारत वासी तुम्हें ,सलाम करते हैं | 


 देश का नाम आप सबने ,रोशन किया ऊँचा ,

चंद्रयान को आप सबने ,पहुँचाया चाँद पे ,

ऐसे ही आगे बढ़ते जाइए ,बढ़ते जाइए | 


पूरा आसमां आपका है दोस्तों ,

हमारा पूरा विश्वास आप के साथ दोस्तों ,

हमारी आशाएँ ,हमारा गर्व ,सभी शुभकामनाएँ ,

आपके साथ हैं दोस्तों ,साथ ही रहेंगे दोस्तों | 


Wednesday, August 23, 2023

CHANDRAYAAN ( DESH )

 

                        चंद्रयान 


पहुँच गया है देश का यान ,चंदा के आँगन में ,

देश का नाम किया है ऊँचा ,चंदा के आँगन में ,

जीत का जश्न सब मना रहे हैं ,देश के आँगन में | 


ये दौर भी चल ही रहा है ,आगे भी ये चलता रहेगा ,

आसमां में बहुत है खोजने ,और पाने के लिए ,

सब कुछ पाता रहेगा देश ,आसमां के आँगन में | 


जब सब कुछ आगे बढ़ जाएगा ,

देश का नाम चमक जाएगा ,

असंख्य हीरो ,हीरे जैसे चमक जाएँगे ,

जीत का जश्न तब मनता रहेगा ,देश के आँगन में | 


Tuesday, August 22, 2023

CHAAH ( JIVAN )

 

                        चाह 


गगन में उड़ने की चाह ,सभी में होती है ,

आसमान को छूने की चाह ,सभी में होती है ,

मगर दोस्तों आसमान छूना ,कोई आसान काम नहीं ,

इसके लिए कोई सीढ़ी बनी नहीं | 


चलिए एक काम करते हैं ,

किसी जरूरत मंद की मदद करते हैं ,

किसी नन्हें ,रोते हुए बच्चे ,को हँसाते हैं ,

किसी गिरते हुए को संभालते हैं ,

ये काम भी तो आसमान छूने से कम नहीं | 


जहाँ तक गगन में उड़ने की बात है ,

तो हवाई -जहाज ,हेलीकॉप्टर आदि कम नहीं ,

कभी भी ये चाह पूरी कर लीजिए | 


Monday, August 21, 2023

KAAL ( JIVAN )

 

                         काल 


पुरातन काल ,पौराणिक काल ,

अँधेरों में डूबा ,रहस्यात्मक काल ,

कब ,क्या हुआ ? कोई ना जाने ,

वैज्ञानिक अनुमान  लगाते हैं ,दूसरे उनकी बात काटते हैं | 


हम भ्रम में जी रहे हैं ,कौन सही ,कौन गलत ? 

किसी  के पास कोई प्रमाण नहीं ,

सब कुछ अँधेरों के पर्दे में छिपा हुआ ,

कौन उठाएगा पर्दा ,उजियाला करेगा ? 


जिंदगी ऐसी ही है ,पौराणिक काल ,

अँधेरे में बीता हुआ ,

भविष्य भी पर्दे में छिपा हुआ | 


सिर्फ वर्तमान है दोस्तों ,यानि आज का समय ,

जो कुछ भी है आज है ,अच्छे से जी लो इसे ,

मुस्कुरा कर बिता लो ,खिलखिलाकर बिता लो ,

तो जिंदगी ,स्वयं मुस्कुराएगी ,स्वयं खिलखिलाएगी | 



KAMAL ( KSHANIKA )

 

                                 कमल 


बरखा रानी आई ,ताल -तलैया भरे ,

उनके भरने से कमल खिले ,

कमलों  के खिलने से ही तो ,ये कमल चले | 

 

कमल को दूर - दूर से देखो ,

पास ना जाना ,फँस जाओगे ,

निकल ना पाओगे बंधु ,निकल ना पाओगे ,

हर कोई तोड़ नहीं सकता ,

हर कोई इसे पा नहीं सकता | 

 

रहने दो खिला ,वहीं पर इसको ,

मत जन्म -स्थान से  जुदा करो ,

जन्म - स्थान से प्यार उमड़ता ,

क्यों जन्म - स्थान से जुदा करो ? 


राष्ट्रीय फूल है यह ,

विद्या की देवी ,सरस्वती का आसन है यह ,

शोभा इसकी बरक़रार रखो ,इसके जन्म - आवास में ,

ही सजा रहने दो इसे ,खिला रहने दो इसे | 


Sunday, August 20, 2023

NAYAA PRAYOG ( PREM )

 

                            नया प्रयोग 


सुन लो सारे डॉक्टर्स ,सुन लो सारे वैद्य ,

दवा आपकी दी हुई ,करती धीरे असर ,

तेज असर जो चाहिए ,प्रयोग करें मेरी तरकीब | 


रोगियों को यह बता दो ,

खाओ दवा नाती ,नातिन के हाथ से ,

खाओ दवा पोता ,पोती के हाथ से ,

असर तेज तुम पाओगे ,जल्दी स्वस्थ हो जाओगे | 


उनकी मुस्कुराहटों से ,असर अलग होगा ,

शरीर स्वस्थ होगा ,दिल मजबूत होगा ,

करके देखो ये प्रयोग ,जल्दी स्वस्थ होना है तो | 


Friday, August 18, 2023

SAANSEN KHILKHILAAEN ( JIVAN )

 

                  साँसें खिलखिलाएँ 


एक साँस आए ,एक साँस जाए ,एक -एक साँस से ,

जीवन की डोर लंबी हो जाए ,

साँसों को धीरे से लंबा ही लेना ,

जीवन को अपने स्वस्थ कर लेना | 


साँसें जो हवा को ,अंदर ले जाएँ ,

शरीर की प्रक्रिया को स्वस्थ बनाएँ ,

ऊर्जा की मात्रा को ,शरीर में उगाएँ ,

कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा बढ़ाए | 


शरीर को ऊर्जा से ,शक्ति जब मिल जाए ,

स्वास्थ्य उत्तम रहता ,मस्तिष्क चुस्त रह पाए ,

ऐसे ही तो जीवन की ,गाड़ी खूब चलती जाए ,

साँसें खिलखिलाएँ ,मस्तिष्क खिलखिलाए |

 

SWAAGAT KARO ( JIVAN )

 

                                  स्वागत करो 


समझना जिंदगी को है गर ,तो बीते वक्त को देखो ,

जीना जिंदगी को है गर ,तो आने वाले वक्त की सोचो ,

मगर एक बात समझ लेना दोस्तों ,

बीता वक्त तुम बदल नहीं सकते ,

और आने वाले वक्त के लिए तुम ,

सिर्फ मेहनत ही कर सकते हो | 


अच्छे वक्त में सभी का ,सहयोग करो तुम ,

ना अभिमान करो ,ना दूरियाँ उत्पन्न करो तुम ,

बुरे वक्त में मेहनत ,खूब करो तुम ,

किसी के सामने हाथ ,ना पसारो तुम ,

तुम्हें खुद ही पता चलेगा ,कौन है तुम्हारा अपना ?

उसका मुस्कुरा कर स्वागत करो ,स्वागत करो तुम | 


Thursday, August 17, 2023

DO CUP CHAAY ( KSHANIKA )

 

                                  दो कप चाय 


सुबह - सुबह जब नींद खुली ,और मुस्कान जगी ,

गर्मागर्म चाय की तलब लगी ,तैयार की दो कप चाय ,

चाय तो थी ,एककप अपने लिए ,दूसरा कप उनके लिए | 


खिड़की के पास बैठकर बाहर को झाँका ,

तो मौसम खुशगवार था रवि सामने मुस्कुरा रहा था ,

चाय तो थी ,एक कप अपने लिए ,दूसरा कप उनके लिए | 


चाय का सिप लिया ,स्वाद आया कड़क चाय का ,

धीरे - धीरे चाय पीते जा रहे थे ,

दोनों ही मानो चाय में डूबे जा रहे थे ,

चाय तो थी ,एक कप अपने लिए ,दूसरा कप उनके लिए | 


चलो जी ,चाय तो ख़त्म होने को आई ,

रवि जी बोले ,चाय ख़त्म ,काम पर लग जाओ ,

चाय तो थी ,एक कप अपने लिए ,दूसरा कप उनके लिए | 


Wednesday, August 16, 2023

SUKH KII PARIBHASHA ? ( JIVAN )

 

                        सुख की परिभाषा ? 


क्या है सुख की परिभाषा ? 

गाड़ी ,बंगला और धन - वैभव ?

क्या इन सबसे दिमाग में शांति बसेगी ? 

क्या इन सबसे निद्रा तुम्हें सुलाएगी ? 


मेहनत करके जो धन अर्जित होगा ,

थकान होने पर जो निद्रा आएगी ,

वही तो दिमाग में शांति लाएगी | 


एक छोटा सा अपना घर होगा ,

पैरों की जो गाड़ी है ,चलती रहेगी ,

उसी के सहारे तो सुख ,शांति बसी रहेगी | 


लगाओ अंदाजा ,सुख की परिभाषा है क्या ? 

किन पंक्तियों में शांति बसी हुई है ? 

कृपया जवाब दें दोस्तों ? इंतजार है |


Saturday, August 12, 2023

JAAGNE - JAGAANE SE ( JIVAN )

 

                 जागने - जगाने से 


रवि - किरणों से खिली सुबह ,सुंदर सुबह ,

रंगों से भरी सुबह ,ना मिले माँगने से ,

ना मिले खरीदने से ,ये मिले सिर्फ जागने से | 


रात की निद्रा भी क्या ,माँगने से मिलती ? 

ये मिलती सिर्फ ,

अंतर्मन में खुशियों की बीना छेड़ने से | 


आनंद दिल में उगता ,दिल का कमल है खिलता ,

अपनी खुशियाँ दूसरों में बाँटने से ,

उनकी मुस्कानें जगाने से | 


ये सब कुछ होता है ,दिल खुशियों के ,

सागर में गोते लगाता है ,

अपनी जरूरतें समेटने से ,

दूसरों की खुशियों में खुश होने से | 


Friday, August 11, 2023

JHADII BARAKHA KII ( KSHANIKA )

 

                              झड़ी बरखा की 


बरखा की लगी है झड़ी ,ज्यों हो मोतियन की लड़ी ,

मौसम सुहाना हुआ ,दिल सभी का मस्ताना हुआ | 


रूप कलियों का खिलने लगा ,हरेक गुँचा महकने लगा ,

जीवन जैसे चटकने लगा ,दिल सभी का मस्ताना हुआ | 


रंग खुशियों के बिखरने लगे ,इंद्रधनुष भी बनने लगे ,

फूलों से गुलशन सब सजने लगे ,दिल सभी का मस्ताना हुआ | 


Wednesday, August 9, 2023

PYAARAA MAUSAM ( GEET )

 

                         प्यारा मौसम 


चारों ओर हरियाली छायी ,

कलियाँ खिलकर फूल बनीं ,

खुश्बुओं से बगिया महकी ,

तितलियाँ चहुँ ओर उड़ीं ,

मौसम प्यारा - प्यारा है | 


गगना में बदरा छाए ,

पवन उन्हें चहुँ ओर उड़ाए ,

रिमझिम बरखा बरसी जाए ,

ताल - तलैया जल भर जाए ,

मौसम न्यारा - न्यारा  है | 


ऐसे मौसम में तुम सब आओ ,

खेल - खेल में हँसते जाओ ,

तुम मुझको पकड़ो तो जानूँ ,

मेरे हाथ में तुम आओ ,

मौसम प्यारा - प्यारा है | 


Tuesday, August 8, 2023

DARSHAN ( AADHYATMIK )

 

                             दर्शन 


नींद में डूबकर देखे गए ,सपने सच नहीं होते ,

जागती आँखों से देखे गए ,सपने सच हो सकते हैं ,

हमारी कोशिशों से ,हमारी मेहनत से ,

अनथक प्रयासों से | 


जीवन की राहें आसान ही होती हैं ,

कदम बढ़कर तो देखिए ,

मंजिलें कदमों के नीचे आएँगी ,

सीढ़ियाँ चढ़ने की कोशिशें तो करके देखिए ,

सब कुछ सच होगा ,कोशिशें , मेहनत और प्रयासों से | 


राहों में दोस्त भी साथ देंगे ,

जरा पुकार कर तो देखिए ,

ईश्वर आपके दिल में है ,

जरा सिर झुकाकर दर्शन तो कीजिए ,

हरदम वह आपके साथ है ,

हरदम वह आपके साथ है | 


Monday, August 7, 2023

BHRAMJAAL ( KSHANIKA )

 

                                    भ्रमजाल 


जीवन में जो उलझन उपजी हैं ,कैसे कोई सुलझाए ? 

उन्हीं उलझनों की गाठें ,और उलझती जाएँ | 


उलझन कोई नहीं  सादी ,भ्रमजाल फैलता जाए ,

अंतर्मन इन सब में दोस्तों ,और उलझता जाए | 


क्या कोई साथी ,क्या कोई दोस्त ,कोई तो राह बताए ?

जिससे ये भ्रमजाल और उलझन ,आप ही सुलझते जाएँ | 


क्या हम हैं ,क्या जीवन अपना , कुछ भी समझ ना आए ? 

जो अपना है ,वही है सुंदर ,यह सोच सब भ्रम को मिटाए | 


Sunday, August 6, 2023

SHABD SNEH KE ( PREM )

 

              शब्द स्नेह के 


स्नेह के कुछ शब्द ,जो उसने कहे नहीं ,

उन अनकहे शब्दों को ,जो ज़ुबां मिल जाती ,

तो कानों में रस टपकता ,

और दिल की कली खिल जाती | 


प्रेम के कुछ धागे ,जो उसने बुने नहीं ,

उन धागों को बुन लेने से ,

अपना आशियाना सज जाता ,

चमन फूलों से भर जाता | 


आज भी जो वो बोल दे ,

उन शब्दों को जुबां दे दे ,

तो जीवन महक जाएगा,

प्यारा और सुंदर सा  इंद्रधनुष भी छा जाएगा  | 


 

         

 

 

 

 

 

 

MUSKURAAIE ( KSHANIKA )

 

                         मुस्कुराइए 


ख़ुशी हो या ग़म ,होठों पे मुस्कान सजाए रखिए ,

कोई साथ दे या ना दे ,

आशा और विश्वास बनाए रखिए | 


आशा और विश्वास के पलड़े में ,पहले खुद को तोलिए ,

तभी दूसरों को उस पलड़े में ,

बिठाने की हिम्मत कीजिए | 


यदि दूसरा कोई खरा ना उतरे ,तो क्रोध ना कीजिए ,

क्रोध एक जहर है ,तो इससे उत्पन्न ,

जहर को समाप्त कीजिए ,

इसलिए मुस्कुराइए ,मुस्कुराइए और मुस्कुराइए  | 

Saturday, August 5, 2023

TAPARI MEIN ( CHANDRAMA )

 

                                 टपरी में 


रिमझिम बरखा बरसी है ,चंदा आजा छतरी में ,

तू क्यों भीगे बरखा में , चंदा आजा छतरी में ? 


भीगेगा जो तू चंदा , बीमार तू पड़ जाएगा ,

भीगेगा जो तू चंदा ,जुकाम तुझे हो जाएगा ,

बच जा तू इस झंझट से ,चंदा आजा छतरी में | 


बरखा का पानी ठंडा ,सर्दी तुझे लग जाएगी ,

तेज - तेज सी बरखा ये ,तुझे नुकसान पहुँचाएगी ,

बच जा तू इस हानि से ,चंदा आजा छतरी में | 


आजा गर्म चाय तू   पी ,सर्दी दूर हो जाएगी ,

कड़क चाय की एक प्याली ,स्वास्थ्य तुझे दिलवाएगी ,

इसीलिए तो कहती हूँ ,आजा तू मेरी टपरी में ,

आजा तू मेरी छतरी में ,आजा तू मेरी टपरी में | 


Wednesday, August 2, 2023

MAANSOON ( JALAD AA )

 

                             मानसून 


गर्मी बीती आया नया मौसम ,नभ में छाए कारे बदरा ,

रिमझिम - रिमझिम बरखा बरसी ,

ताल - तलैया में तो जल भरा | 


भीगा -भीगा मौसम है ,नाम है इसका मानसून ,

इस मौसम  मत मानो किसी की ,

और ना किसी की बात सुन | 


 इस मौसम में दोस्त ,बरखा में तू झूम ,

ले इस बरखा का आनंद ,

और अपने दिल की सुन | 


बरखा  बरसेगी चहुँ ओर ,बदरा मुस्काएगा नभ में ,

दिल  तेरा डूबेगा आनंद में ,

और दिल में मचेगी धूम  |