Saturday, September 30, 2023

ANMOL MOTI ( JIVAN )

 

                             अनमोल मोती 


दूसरों के साथ इतने कड़वे ना बनो ,

कि कोई मुड़ के ना देखे ,इतने मीठे भी मत बनो ,

कि सब तुम्हें निगल जाएँ | 


मदद करो किसी की इतनी कि ,

जितनी तुम्हारी औकात हो ,औकात से ज्यादा करी तो ,

मदद तुम्हें भी माँगनी पड़ेगी | 

 

किसी पर इतना विश्वास मत करो ,

कि वह तुम्हें लूट ले ,इतना शक भी मत करो ,

कि रिश्ता ही टूट जाए | 

 

फासले इतने ना बढ़ाओ ,

कि लौट कर आ ना सको ,फासले इतने भी कम करो ,

कि जाते हुए दिल टूट जाए | 

 

Thursday, September 28, 2023

DIL KHOL KE ( JIVAN )

 

                  दिल खोल के 


खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं ,

मुस्कानें ठहाकों को जन्म देती हैं ,

दिल खोल के बाँटो खुशियाँ ,जोर से लगाओ ठहाके ,

तभी तो प्रकृति भी खिलखिलाएगी | 


दूजों को खुश रखोगे तुम ,

तो रह पाओगे खुश तुम ,

साथ में खुद भी खुश रहो दोस्तों ,

यदि तुम खुश नहीं तो क्या ? 

दूजों को  खुश रख पाओगे तुम ? 

 

खुश रहने का क्या अर्थ है दोस्तों ? 

कि ग़म और परेशानियाँ सब दूर हो गए ,

खुश रहने का अर्थ है दोस्तों ,कि हर हाल में ,

उन हालात से ऊपर उठ गए हो तुम ,

और खुश खुश रहना सीख लिया है | 

 

Monday, September 25, 2023

SAMJHAUTAA ( JIVAN )

 

                            समझौता 


जीवन है समझौतों का जंगल ,बिन समझौते जंगल सूना ,

पेड़ों और पौधों का समझौता ,

छोटे - बड़े जानवरों का समझौता | 


इसी तरह इंसानों के जीवन में ,जन्म के बाद ही ,

दुनिया के हवा - पानी से समझौता ,

पर्यावरण की शुद्धता और प्रदूषण से समझौता | 


सीखने ,खेलने ,पढ़ने सभी , 

क्रियाकलापों से समझौता ,

सुख - दुःख और सभी ,रिश्तों में भी बसता समझौता | 


जिसने भी समझौता अपनाया ,उसने ही सुख पाया ,

  नहीं तो दोस्तों उसने जग में ,

खुद को अकेला पाया ,खुद को अकेला पाया | 


KOSHISH ( JIVAN )

 

                                 कोशिश 


आने वाली मुसीबतें ही ,हमें नया सबक पढ़ाती हैं ,

उसी में हम वह सीखते हैं ,

जो जिंदगी नहीं सिखाती है | 

 

उन मुसीबतों से निकलने की ,

कोशिश सफलता नहीं देती  ,

मगर उन से निकलने की सफलता ,

  के पीछे हमारी कोशिश ही होती है | 


सीधे रास्ते से चलती जिंदगी ,कुछ नहीं सिखा पाती ,

टेढ़े - मेढ़े रास्ते पार करने पर ही ,

जिंदगी नया सबक सिखा जाती है |

 

इसलिए दोस्तों ,हर हाल में ,कोशिश करना जरूरी है ,

 क्योंकि कोशिश करने वालों की ,

कभी हार नहीं होती ,कभी हार नहीं होती | 


Sunday, September 24, 2023

KARZ ( JIVAN )

 

                            कर्ज 


जिम्मेदारियाँ  जिंदगी को मजबूत बनाती हैं ,

हर हाल में हमेंजीना सिखाती हैं ,

किस बात पे हमें चुप रहना है दोस्तों ?

किस बात पे हमें है बोलना बताती हैं ?


कैसे ,कैसे हम सब निभाएँगे दोस्तों ? 

कैसे करेंगे पूर्ण ,ये सब वही बताती हैं ? 

फिर भी मिलेंगी ,दुनिया वालों की सलाहें ,

उनको भी सहना ,तो वही बताती हैं | 


कल भी हम खड़े थे ,उन्हीं के साथ दोस्तों ,

आज भी हमारा - उनका ,साथ है दोस्तों ,

आगे क्या होगा ,कोई जानता नहीं ? 

जिम्मेदारियों का हम पे ,कितना है कर्ज दोस्तों ? 


Saturday, September 23, 2023

MAI N HOON NAA (JIVAN )

 

                     मैं हूँ ना 


सलाह तो एक ने नहीं ,बहुतों ने दी ,

मगर गलती को दूर करने का ,तरीका नहीं समझाया ,

कोई तो हाथ थामकर कहता,

चिंता ना कर ,मैं हूँ ना || 

 

जिंदगी के सभी रास्ते पार कर , मंजिल  मिलेगी ,

जरूर मिलेगी ,रास्ते पार होंगे ,जरूर होंगे ,

चिंता ना कर ,मैं हूँ ना || 


ऐसाकुछ मत सोचो दोस्तों ,जब अकेले पड़ जाओ ,

तो स्वयं को मजबूत बनाओ ,

दृढ़ करो अपना निश्चय ,राहें खुल जाएँगी ,

मंजिलें मिल जाएँगी ,फिर आप भी दूसरों को ,

कह सकते हो ,चिंता ना कर ,मैं हूँ न  || 


Wednesday, September 20, 2023

VAQT ( JIVAN )

 

                                 वक़्त 


कितनी भी किताबें पढ़ लो ? 

कितने भी सबक़ सीखो ? 

ज्ञान तो वक़्त ,हालात और जीवन ही देते हैं | 


तुम परीक्षा देना चाहो ,या ना चाहो ,

जिंदगी के हालात ,परीक्षा ले ही लेते हैं | 


सभी हालातों ,सभी परीक्षाओं को ,

धैर्य पूर्वक पास करने वाले ही ,

जिंदगी को खुशनुमा और रंगीन कर ही लेते हैं | 


Monday, September 18, 2023

JIVAN KE LIE ( JIVAN )

 

                       जीवन के लिए 


जिंदगी है आती - जाती श्वासों का मेला ,

समझो ना इसे कोई झमेला | 


जिंदगी है एक धर्म ,

किए जाओ तुम अच्छे कर्म | 


जिंदगी है एक पूरी आस ,

सदा बनाए रखो सभी पे विश्वास | 


जिंदगी है देन उस परम शक्ति की ,

संभाल कर रखो ,और नमन करो ,

उसे इस देन के लिए | 


उसकी बनाई इस दुनिया के लिए ,

उसकी दी श्वासों के लिए ,

उसके दिए इस जीवन के लिए | 


Sunday, September 17, 2023

PYAAR KE RANG ( JIVAN )

 

                  प्यार के रंग 


रंग हरेक भाव के ,होते हैं दोस्तों  ,

 शांति का रंग सफ़ेद है ,क्रोध का है लाल ,

प्यार का रंग है ,मीठा गुलाबी ,

इस प्यार को समेटे रखना दोस्तों | 

 

प्यार हम करें अपने देश ,अपनी धरती माँ को ,

प्यार हम करें प्रकृति से ,अपने पर्यावरण से ,

ये प्यार ही तो है ,जो जोड़े रखता है ,

हमें इस दुनिया से | 

 

प्यार में गर ये ,दुनिया डूब जाए तो ,

मानव ,मानव से जुड़ जाए तो ,

होठों की मुस्कानें खिल जाएँगी ,

ढलता सूरज भी उदित हो जाएगा | 

 


UTTEERN ( JIVAN )

 

                               उत्तीर्ण 


जीवन की परीक्षा में ,सत्कर्म की स्याही से ,

लिख दो सारे उत्तर ,अच्छे नंबर पाओगे ,

उत्तीर्ण जरूर हो जाओगे | 


हरी स्याही का करके प्रयोग ,हरियाली फैलाओ ,

प्रकृति मुस्कुराएगी ,खुशहाली आएगी ,

उत्तीर्ण जरूर हो जाओगे |


नीली स्याही का करके प्रयोग ,जल को स्वच्छ बनाओ ,

करके बचत जल का ,सदुपयोग कर जाओ ,

उत्तीर्ण जरूर हो जाओगे | 


चमकदार करके ,दिन और रात ,

धरा को तुम प्रदूषण से बचाकर ,

सब ओर प्यार की धारा बहाकर ,

जब मुस्कानें फैलाओगे ,

उत्तीर्ण जरूर हो जाओगे | 


Thursday, September 14, 2023

KAALPNIK YUDDH ( KSHANIKA )

 

                                 काल्पनिक युद्ध 


धरती पर विभिन्न देशों के बीच ,

कहीं युद्ध होता है ,कहीं मेल होता है ,

अपने - अपने फायदे के लिए ,कभी युद्ध में जुट जाते हैं ,

कभी हाथ मिला कर ,दोस्त बन जाते हैं | 


ये तो देशों की वास्तविक स्थिति है ,हमारे अंदर भी ,

युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है ,

कैसे  ? किसके बीच  ? और क्यों  ? 


हमारे  दिल और दिमाग में ,युद्ध शुरु हो जाता है ,

दिमाग की सोच अलग ,पूरी तरह तर्कों से भरी ,

उथल - पुथल दिमाग में चलती रहती ,

दिल  की सोच भरी होती भावों से ,सारे ही कोमल भाव ,

ऐसे में दिल और दिमाग में ,एक युद्ध ही चलता रहता | 


अलग - अलग सोच के कारण ,

दोनों में युद्ध तो चलता है ,

मगर यह युद्ध ,काल्पनिक होता है ,

पूरी तरह काल्पनिक युद्ध || 


Wednesday, September 13, 2023

VICHAAR ( JIVAN )

 

                        विचार  


जो पल बीत गए हैं दोस्त ,  बन गए हैं अतीत ,

जो पल आने वाले हैं दोस्त ,वो हैं पर्दे के पीछे ,

क्यों जोड़ें  हम विचार उन्हीं से ? 


बीते पल ना आने वाले ,जो आने वाले ,

वो हैं अनजाने ,

क्यों जोड़ें हम विचार उन्हीं से ? 


आज के पल साथ हमारे ,उन्हीं को खुशियों में बिताएँ ,

क्यों ना जोड़ें हम विचार उन्हीं से ? 


Tuesday, September 12, 2023

CHAYAN SHABDON KAA ( JIVAN )

 

                         चयन शब्दों का 


शब्द  बहुत हैं भाषा में ,चयन सोच कर करियेगा ,

जिव्हा बोले जितने शब्द ,नाप तोल कर बोलियेगा || 


ना दिल किसी का दुःखे ,ना दर्द किसी को हो ,

ऐसे शब्द ही चुनना दोस्त ,होठों पे मुस्कान हो || 


मीठे शब्दों को दूजा ,ता - उम्र याद करेगा ,

तीखा शब्द तो दोस्त ,तीर का काम करेगा ||


तीखे शब्दों को तुम ,वाणी में पिरोना नहीं ,

जो दोस्त हैं तुम्हारे ,उनको तुम खोना नहीं || 


Sunday, September 10, 2023

DOOJAA NAAM ( JIVAN )

 

                            दूजा  नाम 


जिंदगी ना उम्मीदी का नाम नहीं है ऐ - दोस्त ,

उम्मीद ही तो जिंदगी का दूजा नाम है ,

तू -तू ना रहे ,मैं -मैं ना रहूँ ,

हम ही तो हमारा दूजा नाम है || 


कल जो बीत गया ,आज में बदल गया ,

आज बीत जाने पर ,दूजा कल आएगा ,

कल का दूजा नाम आज है ,

और आज का कल दूजा नाम है || 


प्रकृति के सुंदर रूप को देख ऐ - दोस्त ,

प्रकृति सब कुछ है देती ,

इससे कुछ सीख क्योंकि ,

प्रकृति ही उम्मीद का दूजा नाम है || 


ANPADH ( KSHANIKA )

 

                          अनपढ़ 


पढ़ा लो अपने दिमाग को दोस्तों ,

हर ओर संभावनाएँ बहुत हैं ,

डॉक्टर ,इंजीनियर ,एकाउंटेंट्स ,वैज्ञानिक आदि ,

हर क्षेत्र है खुला ,हर राह खुली है | 


समझ सकता है दिमाग ही ,

हर  क्षेत्र की समस्याएँ ,

वही तो समझ कर ,

उनका समाधान भी ,ढूँढ सकता है | 


मगर दोस्तों ,अपने दिल को ,अनपढ़ ही रखना ,

सभीकोमल भाव ,उगते और छिपे रहते हैं ,

दिल की धड़कनें ही ,उन भावों को ,

महसूस करके ,दूसरों तक पहुँचा सकती हैं ,

इसलिए दोस्तों ,दिल को अनपढ़ ही रखना || 


Saturday, September 9, 2023

RAAH JIVAN KI ( JIVAN )

 

                            राह जीवन की 


महापुरुषों के लिए लिखा रहता है ,

" सादा जीवन ,उच्च विचार " 

मगर ये तो सभी की सोच होनी चाहिए ,

इसी से पता चलता है ,सभी का आचार || 


जीवन  कर्म ही ,जीवन की राह तय करते हैं ,

उन्हीं राहों पर तो हम ,ता - उम्र विचरण करते हैं || 


जीवन में जो दोस्त हैं ,उन्हें संभाल कर रखो दोस्तों ,

अगर गुम हो गए ,तो ता -उम्र नहीं मिल पाएँगे दोस्तों || 


Thursday, September 7, 2023

KHAAMOSH ULJHANEN ( JIVAN )

 

                            खामोश उलझनें 


जितना भी शोर मचे दिल में ,बाहर मत आने दो ,

ख़ामोशी की तह में उसे दबा दो ,बाहर मत आने दो ,

सभी उलझनें छिप जाएँगी ,तहों के बीच में ,

शोर में तो कोई उलझन ,दूर नहीं होती || 


धीरे से ,शांति से ,प्यार से ,उलझनों को दूर करो ,

उन्हीं उलझनों को ,तुम अपनी कोशिश कर लो ,

ईश्वर भी उन्हीं की मदद करते हैं ,

जो खुद की मदद करने को ,तत्पर रहता है || 


सफलता उन्हीं को मिलती है ,

जो मेहनत ,शांति और प्यार का रास्ता अपनाता है ,

बिना शोर ,उलझनों और ,समस्याओं का हल ढूँढता है || 


Wednesday, September 6, 2023

BAAL KRISHAN ( SMALL POEM )

 

              बाल कृष्ण  


कान्हा का जनम भयो ,

जग में आनंद छायो ,

दही ,हांडी को फोड़ -फोड़ ,

गोविंदा ,गोविंदा गूँजो | 


सब ओर से शोर उठो ,

गोविंदा आला ,रे आला ,

ख़ुशी की लहर छाई ,

कान्हा जोबंसी बजायो | 


Tuesday, September 5, 2023

BADARAA KAHE PUKAAR KE ( JALAD AA )

 

                बदरा कहे पुकार के 


नभ में छाए बदरा ,खूब घने भई खूब घने ,

बदरा बरसे जोर से ,खूब घने भई खूब घने | 


गर्जन जोआई बदरा की ,वह बोली जोर से ,

आओ - आओ बाहर तुम ,बदरा तुम्हें बुलाता है ,

देखो नजारा बरखा का ,बदरा दामिनी का मेल ,

उनकी चमक और ,गर्जन का खेल | 


सब मिल कर तुम्हें पुकार रहे ,आओ बाहर आओ ,

खेल हमारे में ,तुम शामिल हो जाओ ,

सुन लो हमारी पुकार को ,देखो इस बहार को ,

बरखा ,बदरा का हाथ पकड़े ,

नीचे आई तुम्हें प्यार देने ,तुम भी दो इन्हें थोड़ा प्यार | 


Monday, September 4, 2023

HAMAARE SHIKSHAK ( JIVAN )

 

                      हमारे  शिक्षक 


प्रणाम सभी शिक्षकों को प्रणाम ,

पहला प्रणाम माँ को ,जो पहली शिक्षक हमारी ,

दूजा प्रणाम पिता को है जाता ,

तीसरा प्रणाम ज्ञान देने वाले शिक्षकों को | 


इसके आगे प्रकृति है शिक्षक हमारी ,

ये तो महाशिक्षक है ,उसे तो दण्डवत प्रणाम ,

दोस्तों के प्यार को नमन और नमन ,

सभी तो हैं ये शिक्षक हमारे | 


सबसे बड़ा प्रणाम तो ,

वक्त और जिंदगी को है जाता ,

वही तो आज तक असली शिक्षक हमारे ,

मगर सभी को वह परमात्मा है चलाता ,

उसी ने सारा ज्ञान दिया | 


सभी को शिक्षक दिवस की बहुत - बहुत बधाई | 


Saturday, September 2, 2023

PUKAAR SAAGAR KII ( RATNAAKAR )

 

                           पुकार सागर की 


दूर से चली आई है ,चंचला लहरों की पुकार ,

कहाँ बैठी हो तुम आओ ? हमारी सुन लो पुकार | 


सागर लहरा - लहरा कर , अपनी लंबी बाँहें फैलाकर ,

कह रहा है तुमसे ,बहुत दिन बीते हैं अब तो ,

चली आओ तुम जल्दी से ,चली आओ जाने बहार | 


हमारा दिल भी धड़का अब ,और वह हमसे बोला है ,

क्या सोच रही हो तुम ? उठ जाओ चल दो अब ,

मैं सागर तुम्हारा दोस्त ,हो के बेक़रार ,

कह रहा हूँ बार -बार ,चली आओ जाने बहार | 


Friday, September 1, 2023

RAAKHII CHAAND KII ( CHANDRAMA )

  

             राखी   चाँद  की 


माँ भारती की मिली जो राखी ,

 उसे बाँध चाँद मुस्काया ,

खिड़की पर आहट जो आई ,

देखा जो   मैंने चंदा को पाया | 


चंदा बोला -- सखि खोल के खिड़की ,

मेरी राखी को देखो ,

दिखा - दिखा के अपनी राखी ,

चंदा खूब मुस्काया ,

कभी नहीं मैंने चंदा को ,

इतना खुश पाया | 


ये सब है पहली बार ,

राखी का आदान - प्रदान ,

जुड़ा है रिश्ता माँ भारती ,

और आसमां के चाँद का ,

चंदा तो सचमुच ही ,

बन गया है मामा ,भारतीय बच्चों का |