अनपढ़
पढ़ा लो अपने दिमाग को दोस्तों ,
हर ओर संभावनाएँ बहुत हैं ,
डॉक्टर ,इंजीनियर ,एकाउंटेंट्स ,वैज्ञानिक आदि ,
हर क्षेत्र है खुला ,हर राह खुली है |
समझ सकता है दिमाग ही ,
हर क्षेत्र की समस्याएँ ,
वही तो समझ कर ,
उनका समाधान भी ,ढूँढ सकता है |
मगर दोस्तों ,अपने दिल को ,अनपढ़ ही रखना ,
सभीकोमल भाव ,उगते और छिपे रहते हैं ,
दिल की धड़कनें ही ,उन भावों को ,
महसूस करके ,दूसरों तक पहुँचा सकती हैं ,
इसलिए दोस्तों ,दिल को अनपढ़ ही रखना ||
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