Thursday, September 7, 2023

KHAAMOSH ULJHANEN ( JIVAN )

 

                            खामोश उलझनें 


जितना भी शोर मचे दिल में ,बाहर मत आने दो ,

ख़ामोशी की तह में उसे दबा दो ,बाहर मत आने दो ,

सभी उलझनें छिप जाएँगी ,तहों के बीच में ,

शोर में तो कोई उलझन ,दूर नहीं होती || 


धीरे से ,शांति से ,प्यार से ,उलझनों को दूर करो ,

उन्हीं उलझनों को ,तुम अपनी कोशिश कर लो ,

ईश्वर भी उन्हीं की मदद करते हैं ,

जो खुद की मदद करने को ,तत्पर रहता है || 


सफलता उन्हीं को मिलती है ,

जो मेहनत ,शांति और प्यार का रास्ता अपनाता है ,

बिना शोर ,उलझनों और ,समस्याओं का हल ढूँढता है || 


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