Thursday, February 29, 2024

AMEER ( KSHANIKA )

 

                                अमीर 


प्रेम ,प्यार की दौलत है ,तो आप अमीर हैं ,

रिश्तों में मिठास है ,तो आप अमीर हैं ,

आप के दोस्तों की लिस्ट लंबी है ,तो आप अमीर हैं || 


संगीत का सबसे बड़ा , गुण है ये दोस्तों ,

वह सबके दिल को ,ख़ुशी से भर देता है ,

साथ  ही सबके जीवन को ,सुखमय बनाता है ,

अगर आप संगीत में डूबे हैं ,तो आप अमीर हैं || 


सात सुरों की सरगम ,मीठी - मीठी सरगम ,

लय ,सुर और ताल ,सभी मिल जाते हैं तो ,

कर देते हैं दोस्तों मालामाल ,और आप अमीर हैं ,

हाँ ,हाँ ,आप अमीर हैं ,आप अमीर हैं || 


Wednesday, February 28, 2024

APNON KE LIE ( PREM )

 

                              अपनों के लिए 


जिंदगी खुशहाल ही बीते तुम्हारी ,

छन - छन छनकती जाए मुस्कान तुम्हारी ,

फूलों से भरें सभी राहें तुम्हारी || 


हर भोर का सूरज हो सुनहरा ,

हर रात हो चाँदनी सी उजाली ,

पूरा चाँद मुस्काए ,खिड़की पे तुम्हारी || 


कदमों के नीचे सफलताएँ बिछी हों ,

मंजिलें तुम्हारे द्वारे पर रुकी हों ,

दुनिया की हर ख़ुशी हो ,झोली में तुम्हारी || 


Tuesday, February 27, 2024

SAMMAAN ( AADHYAATMIK )

 

                         सम्मान 


सम्मान किसी से मिले या ना मिले ,

मत रखो कोई उम्मीद किसी से ,

ईश्वर ने जो सम्मान दिया है ,

भर लो अपनी झोली उसी से || 


मानव का जन्म दिया उसी ने ,

इंसान हमें ही बनना है ,

धन्यवाद दें उस ईश्वर को ,

मानव तो बनाया है उसी ने || 


दिल और दिमाग दिए उसी ने ,

सोच ,समझ भी दी है उसी ने ,

सारी शक्ति दी है उसी ने ,

शक्ति के लिए भी शक्ति दी उसी ने || 


उसी शक्ति से बढे चलो तुम ,

सम्मान सजाए झोली में ,

ईश्वर भी मुस्काएगा देख कर ,

तुम्हारा आत्म सम्मान झोली में || 


देखा तुमने सम्मान अपना ,जो बख्शा उसी ने ,

अपनाए रखो सम्मान अपना ,जो बख्शा उसी ने || 


Monday, February 26, 2024

KAMAR KAS LO ( KSHANIKA )

 

                           कमर कस लो 


 जिंदगी का हर इम्तिहान ,पास कर  लो ,

सभी रिश्तों की डोर को ,बाँध ही लो ,

इन सब के लिए ,कमर कस लो  ||

 

जिंदगी की हर राह को ,पार कर लो ,

मुस्कानों की डोर को ,बाँध ही लो ,

इन सब के लिए ,कमर कस लो || 

 

रंगों की चमक को ,इंद्रधनुष कर लो ,

गगन के आँगन में ,सब रंग भर लो ,

इन सब के लिए ,कमर कस लो || 

 

रूप जिंदगी का ,संवार ही लो ,

हर आँगन में ,तुलसी बीज लो ,

इन सब के लिए ,कमर कस लो || 

 

प्यार ,प्रेम से ,रंगोली सजा लो ,

रीतों के रंग ,अपनी झोली में भर लो ,

इन सब के लिए ,कमर कस   लो || 

 

क्षण भर में ,मुस्कुराहटों में मन को डुबा लो ,

सभी के साथ मिलकर ,जीवन सजा लो ,

इन सब के लिए ,कमर कस लो || 

 

Sunday, February 25, 2024

VESH MEIN ( JIVAN )

 

                       वेश में 


मन को साफ़ रखना तुम बंधु ,

किसी के दिल में बसना है तो ,

गाँठ लगा धागा कभी नहीं ,जा सकता सुईं के छेद में || 


प्यार बसा लेना मन में अपने ,

बस जाओगे दिल में तुम ,

नन्हां प्यार सरक जाएगा ,सुईं के छेद  में || 


ओढ़नी प्यार की लिपटी होगी ,

काँधे पर जो तेरे ,

सुंदर सबसे तुम्हीं लगोगे ,प्यार के उस वेश में || 


होठों पर मुस्कान लिए जब , 

तुम बोलोगे मीठे बोल ,

तोल -मोल का भाव ही ऊँचा ,हो जाएगा देश में || 


Wednesday, February 21, 2024

SAMAY KII YAATRA ( JIVAN )

 

                      समय की यात्रा 


मन के विचार बहते रहते हैं ,समय की यात्रा करते रहते हैं ,

सभी काल में मन और विचार ,ही तो घूमते रहते हैं || 


 ये ही तो हमें सारी दुनिया घुमाते हैं ,और नए -नए सपने दिखाते हैं ,

जिंदगी  आगे बढ़ने का हौसला देते हैं ,

हमें उड़ने के लिए पंख देते हैं || 


सागर में बहने का बहाव देते हैं ,

हर परिस्थिति में हिम्मत देते हैं ,

इन्हीं के सहारे हम आगे बढ़ते रहते हैं ,जीवन जीते रहते हैं || 


होठों पर मुस्कान लिए स्वागत करो इनका ,

बह जाओ इनके साथ - साथ ,

पकड़ लो कसकर इनका हाथ ,पकड़ लो कसकर इनका हाथ || 


Saturday, February 17, 2024

JIVANT (JIVAN )

 

                        जीवंत 


भरोसा खुद पर करो दोस्तों ,ना राह देखो दूसरों की ,

तभी तो मंजिल पाओगे ,जब खुद ही दौड़े जाओगे || 


भरोसा रखो ईश्वर पर ,और अपने कर्मों पर ,

दोनों ही भरोसे मजबूती से ,तुम्हारा हाथ थामेंगे || 


रुको ना चलते - चलते तुम ,मंजिल पा ही जाओगे ,

अपने अथक परिश्रम से ,जीवन  सुखमय बनाओगे || 


रंगों भरी इस दुनिया में ,भरोसा ही तो जीवन है ,

परिश्रम ही तो जीवन है ,सुकर्म ही तो जीवन है ,

परिश्रम और सुकर्म ही ,जीवन को जीवंत बनाते हैं || 


Wednesday, February 14, 2024

LEKHNEE NEY ( CHHOTI KAVITAAEN )

 

                       लेखनी ने 


लेखनी ने मेरी ,ना जाने क्या लिखा ?

तुमने ना जाने ,उसको क्या पढ़ा ? 

पढ़ने के बाद ,उसका अर्थ क्या समझा ? 

समझ कर अर्थ ,क्या उसका अनर्थ बनाया ? 


भाव मेरे थे प्यार के ,मगर तुमने उसे नहीं समझा ,

गुस्से और नफरत में बदल दिया ,

काश तुम समझ पाते ,मेरे सही भावों को || 


भावों को मेरे ,तुमने पानी में बहा दिया ,

कागज की कश्ती जैसे ,भाव ना तैरे पानी में ,

वो तो सभी मानो ,डूब गए पानी में ,

काश कोई तो समझता ,कोई तो बूझता ,

क्या कहना चाहा है ? मेरी लेखनी ने ,मेरी लेखनी ने || 


Tuesday, February 13, 2024

SHAARDE MAAN ( AADHYAATMIK )

 

                         शारदे माँ 

 

हे शारदे माँ ,हे शारदे माँ ,ज्ञान दे ,वरदान दे ,

मेरी लेखनी में तू ,प्राण भर दे || 

 

सागर को बना के स्याही ,लेखनी में भर दे ,

लेखनी  चलती ही जाए  ,कभी ना निष्प्राण हो || 


मन के विचारों में ,नए - नए शब्द तो दे ,

कभी तो अपनी वीणा की ,माँ झंकार सुनवा दे || 


जीवन की अंतिम साँस तक ,चलती रहे मेरी लेखनी ,

मुझको ये शक्ति ,ऐसा ही आशीर्वाद ,ऐसा ही वरदान दे || 


मेरे शब्द हों सीमा रहित ,

मेरे शब्द हों डूबे हों डूबे ,प्यार की चाशनी में ,

मेरे शब्द मददगार हों ,

उनके लिए जो ,जिंदगी से बेजार हों ,

ऐसी ही प्रेरणा मुझको दे ,

कभी तो वीणा की झंकार सुनवा दे || 


Monday, February 12, 2024

SULJHAA LO ( JIVAN )

 

                           सुलझा लो 


जिंदगी में मुश्किलें आएँ अगर ,ना कतराना ,

ना घबराना उनसे ,परिश्रम खूब करो ,

वही नैया को पार लगाएगा ,

सोच को भी सकारात्मक ही रखो ,

जिससे जिंदगी सही राह पर चलती जाए || 


जिंदगी के धागों की उलझनों को ,

बढ़ाओ मत ,धैर्य से सुलझा लो उन्हें ,

जब सभी धागे सुलझ जाएँगे ,

जिंदगी आसान ही बन जाएगी || 


सकारात्मकता ही जीवन को ,सुंदर बनाती है ,

सुखमय बनाकर ,रंगों से भर जाती है ,

उन्हीं रंगों से बना ,इंद्रधनुष ही ,

जिंदगी के गगन में छा जाता है || 


Sunday, February 11, 2024

SAVAAL ? ( JIVAN )

 

                      सवाल  ?


जिंदगी एक आस है ,जिंदगी विश्वास है ,

जिंदगी अहसास है ,जिंदगी एक साँस है || 


जिंदगी एक लय और ताल है ,

जिसमें अनेक स्वर हैं ,मगर एक जाल है ,

फँसने पर इसमें ,निकल पाना मुहाल है || 


हर रंग है इस जिंदगी में ,

कदम इसमें रखने पर ,रंगीन हर कदम है ,

जिंदगी रंगीन हो जाती है ,

पार पाना इससे ,बहुत बड़ा सवाल है || 


जिंदगी  की राहें भी अजीब हैं ,

हर मोड़ आता जब है ,नयी राह वह दिखाता है ,

हर अहसास नया होता है ,हर आस का पता नहीं ,

पूरी होती है या अधूरी रहती है ,

ये कौन जानता है दोस्तों ?

यही तो एक संगीन सा सवाल है ||

Friday, February 9, 2024

YAHII JIVAN HAI ( JIVAN )

 

                           यही जीवन है 


जीवन है एक वार ,समय का इंतजार ,

जिसके चार ,अलग - अलग पहर हैं ,

समय बीतता जाता है ,कदम ना रुकने पाता है || 


जीवन एक गुलशन है ,तरह -तरह के फूल हैं खिलते ,

जैसे तरह -तरह ,के रिश्ते हैं मिलते ,

उन सभी को निभाना ,और खुश रहना ही जीवन है || 


जीवन एक समंदर है ,अनेक रत्नों का भंडार है ,

जिस तरह अनेक योग्यताओं का ,एक संसार है ,

और इसी जीवन में ,एक सुनहरा परिवार है || 


रोको ना जीवन को ,चलते रहो दोस्तों ,

जीवन की डगर चाहे ,समतल हो या ऊबड़ -खाबड़ ,

यही तो जीवन है ,यही तो जीवन है || 


Thursday, February 8, 2024

JINDAADILII ( JIVAN )

 

                      जिंदादिली 


जिंदगी को जिंदादिली से बिताइए ,

बचपन को संजो लीजिए ,

तभी तो जीवन मुस्कुराएगा ,

बचपन जब खिलखिलाएगा || 


हर राह में फूल महक जाएँगे ,

और तितलियाँ फड़फड़ाएँगी ,

जब गुलशन में बहार आएगी ,

और कलियाँ खिल जाएँगी || 


बचपन के खिलखिलाने से ,

जिंदगी आसानी से बीतती जाएगी ,

और बढ़ती उम्र भी सिर्फ ,

एक नंबर मात्र रह जाएगी || 


नंबर के बढ़ने से कोई भी ,

फर्क नहीं पड़ेगा बंधु ,

जिंदगी सारी की सारी ,

सुकून से कट जाएगी || 


Wednesday, February 7, 2024

BADHAAI - BADHAAI ( KSHANIKA )

 

                            बधाई - बधाई 


तारक मेहता ने लिखा था ,उल्टा चश्मा तब ,

असित मोदी ने बनाया ,उल्टा चश्मा तब ,

हम देखते हैं ,इस शो को बंधु अब || 


जेठा लाल की भाषा ,होती है बहुत अनोखी ,

टेढ़े - मेढ़े शब्दों को बोलने की ,उनकी अदा अनोखी ,

चंपक चाचा का ,उच्चारण भी है बंधु अलग ,

चाहे वह जेठिया हो ,टपूड़ा हो या फिर डिब्बे || 


तारक मेहता के नाम का ,किरदार भी है मजेदार ,

अंजलि तारक मेहता (ATM ),का बनाया डाईट खाना ,

करेले का सलाद और जूस ,पी कर भी कायम है मिठास || 


ईमानदार शिक्षक भिड़े ,अचार -पापड़ क्वीन माधवी भाभी ,

कम से कम दवाई देकर ,इलाज करने वाले हाथी भाई ,

वैज्ञानिक अय्यर भाई और बबीता जी ,पार्टी शार्टी वाले सोढ़ी भाई ,

नट्टू काका ,बाघा भाई ,बावरी जी (गलती से मिस्टेक ही गई ),

और अब्दुल भाई ,सभी हैं अनोखे किरदार ,उन से भी अनोखे हैं ,

पत्रकार पोपट लाल और हमारी प्यारी टप्पू सेना || 


कुछ किरदार शो से अलग हो गए हैं ,

दया भाभी जाने के बाद आई ही नहीं ,

पता नहीं आएँगी या नहीं वह गरबा क्वीन ? 

सभी किरदारों को हमारा सलाम ,

4000 एपिसोड पूरे होने पर बधाई - बधाई - बधाई || 


Tuesday, February 6, 2024

MAN UPVAN ( KSHANIKA )

 

                        मन उपवन 


मन उपवन में फिरे घूमता,

 ऊँचे से गगना को चूमता ,

फूलों की खुश्बु को सूँघता ,

मानो हो नशे में झूमता | 

 

तितलियों   के रंगों  से खुश हो कर ,

जीवन प्यार में डूबता ,

रंग - बिरंगी तितलियों की दुनिया में ,

जीवन खुश हो कर झूलता || 

 

परिंदों की मीठी आवाजें ,

जब - जब कानों में आतीं ,

उपवन की खुश्बु में घुल कर ,

मन को जगमग कर जातीं || 

 

भोर की लाली जगमग - जगमग ,

संसार को रोशन कर जातीं ,

सूरज की किरनें भी तब ही ,

धरा को सुनहरा कर जातीं || 

 

Monday, February 5, 2024

SAPANE MEIN BADARA ( JALAD AA )

 

                            सपने में बदरा 


सपने में आया था बदरा ,वो तो मेरा है दोस्त ,

खिड़की को खटकाया उसने ,बोला ,"जल्दी बाहर आ ,

गगन में छाया हूँ मैं तो ,पवन के संग -संग डोल रहा ,

आ तू भी आजा सखि मेरी ,खेल ये कैसा खेल रहा "??


"रिमझिम बरखा भेजूँगा ,तुझे भिगो ही जाऊँगा ,

तेरे संग में ही सखि मेरी ,धरा पे बरखा बरसाऊँगा "|| 


"बरखा में जब धरा भीगेगी ,हरियाली छा जाएगी ,

हरियाली की उस चूनर को ,ओढ़ धरा मुस्काएगी ,

फसलों की लहर चलेगी ,और फूलों का हार पहन ,

धरा अपनी इतराएगी ,धरा अपनी इतराएगी "|| 


Sunday, February 4, 2024

VAHII DIN ( DESH )

 

                       वही दिन 


वही दिन फिर से है आया ,

देश के वीरों ने देश को ,आज़ाद था करवाया ,

परतंत्रता की बेड़ियों को काट ,

देश को मुक्त था करवाया || 


खुली हवा में साँसें भर लीं ,सभी देशवासियों ने ,

अपनी मिट्टी की सौंधी खुश्बु ली। 

सभी देशवासियों ने || 


कुछ सपूतों ने मिलकर ,देश के वास्ते कानून नया बनाया ,

और देश के मन - मस्तिष्क को ,

उसी कानून से चमकाया || 


जब वह लागू हुआ कानून ,तो देश गणतंत्र कहलाया ,

और उस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में ,

26 जनवरी को मनाया ,वही दिन फिर से है आया ||


Saturday, February 3, 2024

SAPANE MEIN CHAAND ( CHANDRAMA )

 

                  सपने में चाँद 


सपने में आया था चाँद ,वो तो मेरा है दोस्त ,

खिड़की पे आहट हुई ,उसने पुकारा मुझे || 


"उठ के तू आजा सखि ,देख तो जरा ,

कितना सुंदर नजारा है ? मैं भी गगन से उतरा ,

देख तो जरा ,कितनी चंदनिया है ? 

आजा ! तू आजा सखि ,मेरी चाँदनी में तू नहा ||"


खिली हुई चाँदनी है ,तू भी चमक जाएगी ,"

सुनकर मैं उठी ,खिड़की से बाहर फैली थी चाँदनी ,

चंद्रमा गगन में चमकते हुए ,मुस्कुरा रहा था ,

मेरे सपने को ,सच कर रहा था || 


Thursday, February 1, 2024

SAPANE MEIN SAAGAR ( RATNAAKAR )

 

                          सपने में सागर 


सपने में आया था सागर ,वो तो मेरा है दोस्त ,

" द्वार खोल दे ओ -सखि मेरी ,अंदर मुझे बुला ले तू ",

" अगर डर रही है सखि मेरी ,बाहर को ही आ जा तू ",

" अंदर सब पानी होगा ,इसी बात से तू डरती ",

  जल्दी बाहर आ ,देर तू ही है क्यों करती "??


" मुझ में छिपे रत्नों को देख ,जो पसंद हों ले ले तू ",

तू तो है सखि मेरी ,रत्नों का भंडार समेट ले तू ",

" रत्नाकर है दोस्त तेरा ,मेरी दौलत भी तेरी है "| | 


" जीवन में बँटवारा ना हो ,दोस्तों की दुनियाहै ये ",

" चल आ लहरों के संग खेल ",

" प्यार तुझे करती हैं सब ,जीवन में तो प्यार की दौलत ",

" प्यार ही  दुनिया ,प्यार की दुनिया ,प्यार में दुनिया "||