Monday, February 5, 2024

SAPANE MEIN BADARA ( JALAD AA )

 

                            सपने में बदरा 


सपने में आया था बदरा ,वो तो मेरा है दोस्त ,

खिड़की को खटकाया उसने ,बोला ,"जल्दी बाहर आ ,

गगन में छाया हूँ मैं तो ,पवन के संग -संग डोल रहा ,

आ तू भी आजा सखि मेरी ,खेल ये कैसा खेल रहा "??


"रिमझिम बरखा भेजूँगा ,तुझे भिगो ही जाऊँगा ,

तेरे संग में ही सखि मेरी ,धरा पे बरखा बरसाऊँगा "|| 


"बरखा में जब धरा भीगेगी ,हरियाली छा जाएगी ,

हरियाली की उस चूनर को ,ओढ़ धरा मुस्काएगी ,

फसलों की लहर चलेगी ,और फूलों का हार पहन ,

धरा अपनी इतराएगी ,धरा अपनी इतराएगी "|| 


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