Tuesday, February 27, 2024

SAMMAAN ( AADHYAATMIK )

 

                         सम्मान 


सम्मान किसी से मिले या ना मिले ,

मत रखो कोई उम्मीद किसी से ,

ईश्वर ने जो सम्मान दिया है ,

भर लो अपनी झोली उसी से || 


मानव का जन्म दिया उसी ने ,

इंसान हमें ही बनना है ,

धन्यवाद दें उस ईश्वर को ,

मानव तो बनाया है उसी ने || 


दिल और दिमाग दिए उसी ने ,

सोच ,समझ भी दी है उसी ने ,

सारी शक्ति दी है उसी ने ,

शक्ति के लिए भी शक्ति दी उसी ने || 


उसी शक्ति से बढे चलो तुम ,

सम्मान सजाए झोली में ,

ईश्वर भी मुस्काएगा देख कर ,

तुम्हारा आत्म सम्मान झोली में || 


देखा तुमने सम्मान अपना ,जो बख्शा उसी ने ,

अपनाए रखो सम्मान अपना ,जो बख्शा उसी ने || 


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